• img-fluid

    विदेशी कर्ज के बीच सरकार का खजाना खाली, इस पड़ोसी देश ने घोषित किया खाद्य आपातकाल

  • September 01, 2021

    कोलंबो । श्रीलंका (Sri Lanka) कठिन दौर से गुजर रहा है. आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बीच श्रीलंका ने खाद्य संकट (food crisis) को लेकर आपातकाल घोषित (emergency declared) किया है. सरकार पहले से ही कई चीजों के आयात पर रोक लगा चुकी है तो लोग श्रीलंका में खाने-पीने की चीजों का स्टॉक कर रहे हैं. राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) ने चीनी, चावल और अन्य आवश्यक खाद्य पदार्थों की जमाखोरी रोकने के लिए नए नियम लागू करने का निर्देश दिया है.

    विदेशी मुद्रा भंडार में भी भारी कमी
    श्रीलंका विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से कमी के चलते कृषि रसायनों, कारों और अपने मुख्य मसाले हल्दी के आयात में पहले ही कटौती कर चुका है. कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) से उबरने के लिए संघर्ष के बीच श्रीलंका (Sri Lanka) अपने भारी कर्ज को चुकाने के लिए संघर्ष कर रहा है. श्रीलंका ने व्यापार घाटे को कम करने के लिए टूथब्रश, स्ट्रॉबेरी, सिरका, वेट वाइप्स और चीनी सहित सैकड़ों विदेश से आने वाले सामानों को प्रतिबंधित कर दिया है या विशेष लाइसेंसिंग व्यवस्था भी लागू कर रखी है.


    मिट्टी के तेल, रसोई गैस के लिए लगी लाइनें
    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे ने सेना के एक शीर्ष अधिकारी को धान, चावल, चीनी और अन्य उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति के समन्वय के लिए आवश्यक सेवाओं के आयुक्त जनरल के रूप में नियुक्त किया है. आपातकाल का ऐलान चीनी, चावल, प्याज और आलू की कीमतों में तेज वृद्धि के बाद उठाया गया है. जबकि दूध पाउडर, मिट्टी का तेल और रसोई गैस की कमी के कारण श्रीलंका में दुकानों के बाहर लंबी कतारें लगी हुई हैं.

    क्यों हुए ऐसे हालात?
    दरअसल श्रीलंका की आय का प्रमुख श्रोत पर्यटन उद्योग है लेकिन कोरोना महामारी के दौरान पर्यटन पर ग्रहण लग गया. श्रीलंका में यह क्षेत्र आमतौर पर 30 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देता है और जीडीपी में इसकी हिस्सेदारी पांच प्रतिशत से अधिक है. कोरोना के चलते पर्यटन उद्योग ठप होने से श्रीलंका ने भारी मात्रा में विदेशी ऋण भी ले रखा है.

    Share:

    देश की आधी से ज्यादा आबादी के लिए corona vaccine की दो खुराक लेना जरूरी नहीं

    Wed Sep 1 , 2021
    नई दिल्ली। देश की आधी से ज्यादा आबादी (more than half of the country’s population) के लिए कोरोना टीके (corona vaccine) की दो खुराक लेना जरूरी नहीं है। चिकित्सीय अध्ययनों के आधार पर विशेषज्ञ यही मान रहे हैं कि संक्रमण से ठीक होने वालों में एक खुराक ही काफी है। इन्हें जब तीन महीने बाद […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    सोमवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved