नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था में तेजी के साथ कारोबारी गतिविधियों में उछाल से सरकार को वित्त वर्ष 2022-23 में जीएसटी से रिकॉर्ड 18.10 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई। यह 2021-22 में जीएसटी से जुटाई गई 14.83 लाख करोड़ की राशि से 22 फीसदी अधिक है। 2020-21 में जीएसटी वसूली 11.36 लाख करोड़ रुपये रही थी। दरअसल, देश में जीएसटी प्रणाली एक अप्रैल, 2017 को लागू हुई थी।
उस वित्त वर्ष यानी 2017-18 में अगस्त, 2017 से मार्च, 2018 के बीच जीएसटी से सरकार को 7.19 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। उद्योग मंडल एसोचैम के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, अप्रैल में रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 की शानदार शुरुआत है। उपभोक्ता मांग में तेजी के साथ जीएसटी संग्रह का आंकड़ा देश की अर्थव्यवस्था की मजबूत वृद्धि का संकेत है।
20 अप्रैल को सर्वाधिक एकदिनी संग्रह
20 अप्रैल, 2023 को जीएसटी के रूप में रिकॉर्ड एकदिनी कमाई हुई। इस दिन 9.8 लाख लेनदेन के जरिये 68,228 करोड़ जुटाए गए। अप्रैल में घरेलू लेनदेन से मिलने वाला कर एक साल पहले की तुलना में 16 फीसदी अधिक रहा।
9 करोड़ ई-वे बिल का सृजन
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को जीएसटी के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि मार्च, 2023 में कुल 9 करोड़ ई-वे बिल सृजित हुए, जो फरवरी, 2023 के मुकाबले 11 फीसदी अधिक है। उस समय कुल 8.1 करोड़ ई-वे बिल सृजित हुए थे।
अप्रैल में राज्यवार कमाई
कुल 84,304 करोड़ रुपये का हुआ निपटान
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, सरकार ने अप्रैल, 2023 के दौरान केंद्रीय जीएसटी (CGST) से 45,864 करोड़ रुपये और 37,959 करोड़ रुपये राज्य जीएसटी (SGST) का निपटान किया है। नियमित निपटान के बाद केंद्र व राज्यों का अप्रैल में कुल राजस्व केंद्रीय जीएसटी के मामले में 84,304 करोड़ रुपये और राज्य जीएसटी के संदर्भ में 85,371 करोड़ रुपये रहा।
पेट्रोल-डीजल : कृषि गतिविधियों में उछाल से बढ़ी बिक्री
रबी फसलों की कटाई का समय होने और आर्थिक गतिविधियों में उछाल से अप्रैल, 2023 में डीजल की मांग सालाना आधार पर 6.7 फीसदी बढ़कर 71.5 लाख टन पहुंच गई। इस तरह, कुल ईंधन खपत में डीजल का हिस्सा बढ़कर करीब 40 फीसदी पहुंच गया। वहीं, पेट्रोल की बिक्री अप्रैल में करीब 2.5 फीसदी बढ़कर 26.4 लाख टन पहुंच गई। लेकिन, मासिक आधार पर पेट्रोल की बिक्री में 0.5 फीसदी की मामूली गिरावट रही। विमान ईंधन की मांग 15.4 फीसदी बढ़ गई, जबकि रसोई गैस की बिक्री 2.7 फीसदी की गिरावट रही।
बिजली खपत में लगातार दूसरे महीने रही गिरावट
देश में बिजली खपत लगातार दूसरे महीने घटी है। अप्रैल, 2023 में यह 1.1 फीसदी घटकर 130.57 अरब यूनिट रह गई। विभिन्न इलाकों में हो रही बारिश से एसी, कूलर जैसे उपकरणों का इस्तेमाल कम होने से बिजली खपत घटी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल, 2022 में खपत 132.02 अरब यूनिट और अप्रैल, 2021 में 117.08 अरब यूनिट रही थी। मार्च, 2023 में यह 126.82 अरब यूनिट रही थी।
प्रमुख वाहन कंपनियों में 10% से अधिक तेजी
एसयूवी की मांग में मजबूती से देश की प्रमुख वाहन कंपनियों मारुति सुजुकी, ह्यूंडई मोटर और टाटा मोटर्स की थोक बिक्री में अप्रैल में 10 फीसदी से अधिक तेजी रही। सोमवार को प्रमुख वाहन कंपनियों ने अप्रैल के थोक बिक्री आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक, बीते महीने कुल वाहन बिक्री 13 फीसदी वृद्धि के साथ 3.31 लाख इकाई पहुंच गई।
अन्य कंपनियों की स्थिति
कंपनी बिक्री तेजी/गिरावट
एमजी मोटर 4,551 126.64 फीसदी
निसान 2,617 24 फीसदी
किआ 23,216 22 फीसदी
टोयोटा 14,162 -6 फीसदी
होंडा कार्स 5,313 -33 फीसदी
कोयला उत्पादन : 8.67% बढ़कर 7.30 करोड़ टन
देश का कोयला उत्पादन इस साल अप्रैल में सालाना आधार पर 8.67 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 7.30 करोड़ टन पहुंच गया। अप्रैल, 2022 में यह 6.72 करोड़ टन रहा था। कोल इंडिया का उत्पादन अप्रैल, 2023 में 7.67 फीसदी बढ़कर 5.76 करोड़ टन रहा। कोयला मंत्रालय ने खदान क्षमता के बेहतर उपयोग के जरिये बाजार में अतिरिक्त कोयला जारी करने का रास्ता साफ किया है। इससे उत्पादन बढ़ा है।
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