भोपाल। प्रदेश सरकार पूरी तरह से अन्य पिछड़ा वर्ग की विरोधी है। पिछड़ा वर्ग महासभा के नेतृत्व में आज भोपाल में पिछड़ा वर्ग के हजारों लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन प्रदर्शन से पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, उनके फोन छीन लिए गए और उन्हें बर्बरता पूर्वक मारा गया। पूर्व मंत्री एवं विधायक कमलेश्वर पटेल ने कहा कि अपनी जायज मांगों के समर्थन में शांतिपूर्ण आंदोलन करना हर भारतीय नागरिक का अधिकार है। लेकिन अन्य पिछड़ा वर्ग द्वारा मुख्यमंत्री आवास के घेराव और प्रदर्शन की कोशिश को बर्बरता के साथ शिवराज सरकार ने कुचला है, कांग्रेस पार्टी इसकी घोर निंदा करती है। पटेल ने कहा कि हजारों ओबीसी कार्यकर्ताओं को नजरबंद कर लिया गया, उन पर लाठियां चलाकर तितर-बितर कर दिया गया और उनमें से बहुत से अभी तक लापता हैं।
पुलिस कमिश्नर प्रणाली ने पहला नोटिस ओबीसी को दिया: रावत
पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने कहा कि पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद सबसे पहला नोटिस ओबीसी वर्ग के लोगों को ही दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार का चरित्र ओबीसी विरोधी है, इसलिए जानबूझकर पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण खत्म कराने की चाल भाजपा सरकार ने चली। रावत ने कहा कि पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा लगातार कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रही थी। भाजपा की कोशिश थी कि कानूनी बारीकियों के आड़ में दुष्प्रचार कर कांग्रेस को बदनाम किया जाए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved