नई दिल्ली: सरकार को व्यवसाय नहीं करना चाहिए, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां अक्षम हैं. अपनी वृद्धि के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं जुटा सकती हैं. मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आर सी भार्गव (RC Bhargava, chairman of Maruti Suzuki India) ने यह बात कही. उन्होंने एक साक्षात्कार (Interview) में कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को वृद्धि के लिए हर समय समर्थन की जरूरत है. पूंजी निवेश (money investment) के लिए सरकार से धन चाहिए होता है.
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि सरकार को बिजनेस में नहीं होना चाहिए. किसी भी सूरत में नहीं. ’’ उनसे पूछा गया था कि तत्कालीन सरकारी स्वामित्व वाली मारुति उद्योग लिमिटेड के मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड में बदलने के उनके अनुभव के मद्देनजर क्या सरकार को व्यवसाय करना चाहिए. मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड अब जापान के सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के स्वामित्व में है.
उन्होंने आगे कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि सरकार द्वारा चलाई जाने वाली कंपनियां कुशल नहीं हैं. उनके पास उत्पादकता नहीं है. वे मुनाफा पैदा नहीं करती हैं. वे संसाधन नहीं जुटाती हैं. वे बढ़ती नहीं हैं. उन्हें वृद्धि के लिए हर वक्त सरकार के समर्थन की जरूरत रहती है.’’ भार्गव ने जोर दिया, ‘‘आप टैक्सेशन से औद्योगिक वृद्धि नहीं कर सकते.’’ उन्होंने कहा कि औद्योगिक वृद्धि आंतरिक संसाधनों से होती है और किसी भी कंपनी को धन का सृजन करना चाहिए और धन का क्षरण नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का समर्थन करने के लिए करदाताओं के धन का इस्तेमाल होता है. उन्होंने तत्कालीन मारुति उद्योग लिमिटेड का हवाला देते हुए कहा कि उस समय हमें कई गैर-मूल्य वर्धित गतिविधियां करनी होती थीं, जिन्होंने कंपनी को आगे बढ़ने से रोका. भार्गव ने हालांकि कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की विफलता सिर्फ भारत में नहीं हुई, बल्कि रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और जापान में भी ऐसा देखने को मिला. भार्गव ने कहा कि मारुति कई सारे बदलाव भी करने जा रही है. संगठनात्मक बदलाव भी होंगे. उन्होंने कहा कि मारुति के वैश्विक उत्पादन उत्पादन में मारुति इंडिया का योगदान 60 फीसदी से ज्यादा हो गया है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved