जींद । पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की जान गई है, सरकार को चाहिए कि उन किसानों के परिवारों को मुआवजा दे और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दे। उन्होंने यह बात रविवार शाम को यहां उझाना गांव में किसान किताब सिंह चहल को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा कहा कि उन्होंने राज्यपाल से मिलकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए कहा है जिसमें वे सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएंगे, जिसमें यह पता चल जाएगा कि कौन किसान के साथ है और कौन नहीं। कहा कि सरकार को किसानों की बात मान लेनी चाहिए और उनकी मांग को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए क्योंकि किसान कड़ाके की ठंड के बावजूद सड़क पर बैठने को मजबूर हैं और कष्ट में हैं।
हुड्डा ने कहा कि किसानों का आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण और मांगें पूरी तरह जायज हैं। हम किसानों की मांगों के साथ खड़े हैं। एमएसपी की गारंटी किसानों का अधिकार है। साथ ही किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कृषि क़ानूनों को वापस ले।
इसके बाद महम हलके के विधायक बलराज कुंडू भी उझाना गांव पहुंचे और उन्होंने भी किसान किताब सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। विद्यायक बलराज कुंडू ने किसान के परिवार की दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता की। इस अवसर पर कांग्रेस नेत्री विद्यारानी दनौदा, काग्रेस नेता दरवेश पूनिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन के दौरान गढ़ी और उझाना गांव के बीच किसानों द्वारा किए जा रहे धरने-प्रदर्शन के दौरान उझाना गांव के किसान किताब सिंह चहल की हृदयगति रुकने से आकस्मिक मौत हो गई थी। इस आंदोलन के दौरान अब तक जींद, सोनीपत और हिसार के तीन किसानों की जान जा चुकी है। पंजाब-हरियाणा दोनों राज्यों के बारह किसान अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं।
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