भोपाल। प्रदेश में शराब माफिया (Liquor Mafia) के बढ़ते रसूख ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। इंदौर में माफिया के बीच गोलीबारी और फिर नकली एवं जहरीली शराब से एक दर्जन से ज्यादा मौतों के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) कानून-व्यवस्था को लेकर आज बड़ी बैठक करने जा रहे हैं। बैठक में गृह मंत्री (Home Minister) समेत गृह विभाग के अधिकारी मौजूद हैं। साथ ही वीडियो कॉफे्र्रंस (Video Conference) के माध्यम से जिला एवं सभागीय अधिकारी भी जुड़े हैं। बैठक में सबसे बड़ा मुद्दा अवैध शराब का कारोबार है।
मंत्रालय सूत्रों के अनुसार मंदसौर में जहरीली शराब से मौतों का आंकड़ा 8 पहुंच गया है। दो दिन पहले ही अपर मुख्य सचिव मंदसौर शराबकांड की जांच करके लौटे हैं। राजौरा ने मुख्यमंत्री को शराब कांड की जानकारी दे दी है। इस बीच इंदौर में भी नकली शराब का बड़ा कारेाबार सामने आया हैं। सूत्रों ने बताया कि रविवार देर रात इंदौर शराबकांड (Indore liquor Scandal) की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को दी गई है। इसके बाद आज सुबह आनन-फानन में बड़ी बैठक बुलाई गई है। बैठक में इंदौर समेत अन्य बड़े शहरों में सालों से जमे आबकारी, पुलिस एवं अन्य अफसरों हो हटाए जाने का ऐलान हो सकता है।
शराब माफिया पर टूटेगी पुलिस
मंत्रालय सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री आज शराब माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर सकते हैं। अगले कुछ दिनों में इंदौर समेत अन्य शहरों में माफिया पर प्रशासन बड़ी कार्रवाई कर सकता है। साथ ही मुख्यमंत्री कुछ जिलों में फेरबदल का फैसला कर सकते हैं।
हर बार मिलीभगत
उज्जैन, मुरैना के बाद मंदसौर में जहरीली शराब से मौतों की एसआईटी जांच में पुलिस, आबकारी की मिलीभगत सामने आई है। तीनों शराबकांड की जांच रिपोर्ट में एसआईटी प्रमुख राजेश राजौरा लंबे समय से जमे पुलिस एवं आबकारी अमले को हटाने की सिफारिश की है। इंदौर में शराब माफिया का काला कारोबार उजागर होने के बाद पुलिस एवं आबकारी महकमा निशाने पर हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved