उज्जैन। शहर में ई रिक्शा की भरमार हो गई है और स्थिति यह है कि विशेषकर महाकाल चौराहे पर सुबह से लेकर रात तक इन ई रिक्शाओं के कारण जाम की स्थिति बन जाती है। ऐसे में पैदल आने जाने वाले लोगों को तो परेशानी होती ही है वहीं दो पहिया वाहन भी देर तक जाम में फंसे हुए रहते है। इधर बाहर से आने वाले यात्रियों की यह शिकायत है कि कतिपय ऑटो व ई रिक्शा चालक मर्जी से किराया वसूलते है तथा इसके चलते नानाखेड़ा बस स्टैंड से महाकाल तक के ढाई-तीन सौ रुपए तक वहीं देवासगेट व रेलवे स्टेशन से महाकाल तक के सौ से दो सौ रुपए तक किराया ले रहे है। विशेषकर बाहर से आने वाले यात्रियों का चेहरा देखकर ही इन ऑटो व ई रिक्शा चालक किराया लेने में मनमर्जी दिखाते है।
इसके अलावा इनमें से अधिकांश के होटल व लॉजों से कमिशन बंधा होने के कारण वहीं लेकर यात्रियों को ठहराने का काम भी करते है। जब से महाकाल लोक लोगों के लिए खुला है तभी से महाकाल मंदिर के दर्शन व महाकाल लोक देखने आने वाले लोगों की संख्या बहुत अधिक हो गई है तथा इसका बेजा फायदा भी कतिपय ऑटो व ई रिक्शा चालकों द्वारा उठाया जा रहा है। आज सुबह दिल्ली से आने वाले कुछ यात्रियों ने बताया कि उन्होंने महाकाल मंदिर तक जाने के लिए ई रिक्शा के साथ ही ऑटो वाले से किराया पूछा था तो बताया गया कि दो सो रूपए लिए जाएंगे। चुंकि मंदिर जाना था इसलिए मोल भाव कर किराया डेढ़ सौ रूपए दे दिया गया। इसके साथ ही महाकाल चौराहे पर इतने अधिक ई रिक्शा व ऑटो वाले सवारी लाने व ले जाने के लिए खड़े रहते है कि जाम की स्थिति बनती रहती है। ऐसे में पैदल चलना भी दुभर हो जाता है। जानकारी यह भी मिली है कि ई रिक्शा चालकों में कई अपराधी किस्म के लोग भी शामिल हो गए है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved