नई दिल्ली। भारत सरकार (Indian government) 30 मार्च को भारत रत्न सम्मान (Bharat Ratna Award) देगी. बता दें कि पूर्व-प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Ex-Prime Minister Chaudhary Charan Singh), पूर्व-प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव (Ex-Prime Minister Narasimha Rao), कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन (Agricultural scientist M S Swaminathan), बिहार के पूर्व-मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर (Ex-Chief Minister of Bihar Karpoori Thakur) और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया है।
पहली बार साल 1954 में पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन, डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन,और स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इसके बाद साल 1955 में मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और डॉ. भगवान दास को भारत रत्न सम्मान दिया गया था।
ये बात याद रहे कि भारत रत्न सम्मान एक कैटेगरी में एक साथ तीन से ज्यादा शख्सियतों को नहीं दिया जा सकता। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है जो किसी क्षेत्र में असाधारण और सर्वोच्च सेवा को मान्यता देने के लिये दिया जाता है। भारत रत्न सम्मान राजनीति, कला, साहित्य, विज्ञान के क्षेत्र में किसी विचारक, वैज्ञानिक, उद्योगपति, लेखक और समाजसेवी को दिया जाता है।
‘भारत रत्न’ सम्मान की शुरूआत तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने दो जनवरी 1954 को की थी। स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन और वैज्ञानिक डॉक्टर चंद्रशेखर वेंकट रमन को 1954 में पहली बार इस सम्मान से नवाजा गया था।
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