उज्जैन। कल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए उनको लोन देने के निर्देश महिला बाल विकास के प्रदेश के अधिकारियों ने दिए हैं लेकिन बैंकों की जटिल प्रक्रिया और अन्य कारणों के कारण अभी उज्जैन में बैंकों से लोन लेने वाले महिलाओं की संख्या 109 के करीब ही पहुंच पाई है। महिला दिवस को देखते हुए महिला बाल विकास विभाग के सचिव ने प्रदेशभर से 20000 से अधिक महिलाओं को बैंकों से लोन दिलाने का फरमान जारी किया है, इसके लिए पंजाब नेशनल बैंक और सेंट्रल बैंक के सहयोग से योजना तैयार करने को कहा गया था इसकी जिम्मेदारी महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारियों को दी गई है। उज्जैन जिले की बात की जाए तो यहां 109 महिलाओं के स्वरोजगार के प्रकरण बैंकों को भेजे गए हैं।
महिला बाल विकास अधिकारी गौतम अधिकारी ने बताया अभी और महिलाओं के ऋण संबंधी प्रकरण तैयार करवाए जा रहे हैं। कल तक यह प्रकरण बैंक भेजे जाएंगे। पूरे जिले से 109 महिलाएं ऋण लेने के लिए आगे आई हैं। इसके पीछे एक बड़ा कारण बैंकों में प्रक्रिया से परेशानी होती है और कई बार उद्यम लगाने के लिए महिलाएं प्रस्ताव विभिन्न विभागों के माध्यम से बैंकों में भिजवाती हैं, लेकिन बैंक प्रकरण स्वीकृत नहीं करते हैं। इसके चलते महिलाएं उद्योग में आगे नहीं आ पा रही है। 8 मार्च को प्रदेश स्तर पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और इसमें जिलेवार महिलाओं को उद्यम लगाने के लिए लोन दिए जाएंगे। इस योजना में 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक का लोन महिलाओं को विभिन्न प्रकार के व्यवसाय करने के लिए देने की योजना है इससे अधिक लोन इसलिए नहीं दे सकते क्योंकि यदि लोन नहीं झुकता है तो उसका डिफाल्टर कौन होगा इन्हीं सभी बातों को देखते हुए विभाग भी ज्यादा रुचि नहीं ले रहे हैं।
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