भोपाल। प्रदेश में शिवराज सरकार अब एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। नए साल के पहले ही दिन से मुख्यमंत्री ने गरीबों के बीच दौरे शुरू कर दिए हैं। यह उनके मिशन मोड का हिस्सा माना रहा है। आज वे मंत्री और अफसरों के साथ बैठक करने जा रहे हैं। जिसमें मुख्य सचिव से लेकर विभाग प्रमुख एवं विभागाध्यक्ष शामिल होंगे। यह नए साल की पहली बैठक है। इस बैठक में मुख्यमंत्री अफसरों पांच संकल्प दिलाएंगे। इन्हीं संकल्पों को लेकर सरकार काम करेगी। जिसमें पहला है आत्मनिर्भर मप्र का संकल्प। मुख्यमंत्री ४ जनवरी को कलेक्टर एवं एसपी की वीडियो कॉफ्रेंस से बैठक लेंगे। जिसमें उन्हें भी संकल्प दिलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शाम ४ बजे मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों सहित विभाग प्रमुखों के साथ बैठक करेंगे। सभी अफसर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल होंगे। मंत्रियों से कहा गया है कि वे भी इस वर्चुअल बैठक में शामिल होंगे। नए साल में पहली बैठक में मुख्यमंत्री वर्ष २०२१ के ५ संकल्प अफसरों से सांझा करेंगे। यह ५ संकल्प हैं आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश, सुशासन व कानून-व्यवस्था, अर्थव्यवस्था एवं रोजगार, किसान कल्याण, स्वास्थ्य एवं शिक्षा व अधोसंरचना का विकास। जो नए साल में शिवराज सरकार की प्राथमिकता के मुद्दे होंगे।
इसके लिए बनेगी नई रणनीति
प्रदेश में मनरेगा, रोजगार मूलक योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति, स्ट्रीट वेंडर स्कीम, गौ शालाओं का संचालन, अवैध उत्खनन को रोकने की कार्रवाई और स्व-सहायता समूहों के सशक्तिकरण के लिए बैंक और मार्केट लिंकेज सिस्टम बनाने पर चर्चा होगी।
लौटते ही एक्शन में शिवराज
मुख्यमंत्री हर साल की तरह इस बार भी नए साल में धार्मिक यात्रा पर गए थे। जहां से लौटकर वे मंत्रालय पहुंचकर बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बैठक की सूचना सभी मंत्रियों और विभाग प्रमुखों को भेज दी है। जिसमें कहा गया है कि नए साल में सरकार की प्राथमिकताओं पर मुख्यमंत्री बात करेंगे।
गरीबों के बीच पहुंचे शिवराज, समस्या भी सुनीं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नववर्ष के पहले दिन इंदौर के पंचशील नगर बस्ती में पहुँचे और विभिन्न लोगों से मुलाकात कर जरूरतमंद कमजोर वर्ग के लोगों को विभिन्न प्रकार की सहायताएँ उपलब्ध कराई। चौहान ने पंचशील नगर बस्ती में बने गऱीब वर्गों के आवास में जाकर उनके दु:ख दर्द को सुना। वे लक़वा ग्रस्त ६५ साल की द्वारिका बाईं से मिले और उनके उपचार के निर्देश कलेक्टर श्री मनीष सिंह को दिए। द्वारिका बाई बरसों पहले मुख्यमंत्री चौहान से मिल चुकी थी। उनके घर पर मुख्यमंत्री के साथ उनकी फ़ोटो भी लगी हुई थी। मुख्यमंत्री चौहान के प्रेम से अभिभूत द्वारिका बाई के आँसू नहीं रुके और वह बिलख कर मुख्यमंत्री के कंधे से लगकर रो पड़ी। चौहान चार साल के आदित्य से भी मिले और उसे दुलार किया। आदित्य जन्म से ही दिव्यांग हैं और कपड़े की दुकान में काम करने वाले उनके पिता गोविंद अपनी पूरी कोशिश के साथ उसका इलाज कराने में लगे हैं। चौहान ने उनके माता-पिता को आश्वस्त किया कि आदित्य का बेहतर से बेहतर उपचार किया जाएगा।
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