इंदौर, कमलेश्वर सिंह सिसोदिया। प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में उच्च शिक्षा के लिए प्रदेशभर से छात्र आते हैं और अध्ययन करते हैं। इंदौर के शासकीय हॉस्टलों में बेहतर सुविधाएं छात्रों को देने की व्यवस्था हो रही है। इसके लिए 30-30 लाख रुपए से 5 हॉस्टलों का रिनोवेशन शुरू भी हो चुका है। यह काम आगामी डेढ़ से 2 महीने में पूरा करने का दावा पीडब्ल्यूडी ग की ओर से किया जा रहा है।
इंदौर में दूरदराज से आए छात्रों के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध कराता है। पुराने हो रहे हॉस्टल भवनों में मरम्मत की दरकार लंबे समय से बनी हुई थी। अब इंदौर के भंवरकुआं क्षेत्र के राजीव गांधी, मोतीलाल नेहरू और चंद्रशेखर आजाद इन तीनों हॉस्टल के साथ दो मोती तबेला के शासकीय हॉस्टल की मरम्मत के लिए पीडब्ल्यूडी की मॉनीटरिंग में किया जाएगा। इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने निविदा टेंडर की प्रक्रिया के बाद एजेंसी भी नियुक्त कर दी है।
प्रत्येक हॉस्टल पर तकरीबन 30 लाख रु. खर्च किए जाएंगे, जिसमें यहां रहने वाले छात्रों के कमरों को दुरुस्त किया जाएगा तो पढऩे-लिखने के लिए बेहतर लाइब्रेरी सुविधा और अत्याधुनिक जिम बनाई जाएगी। डेढ़ सौ से 200 छात्रों की कैपेसिटी वाले इन हॉस्टलों में शौचालयों को भी बेहतर करने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल सरकार की मंशा है कि हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को पढ़ाई के लिए बेहतर माहौल मिले, इसके लिए सरकार हॉस्टलों की मरम्मत और व्यवस्थाओं पर ध्यान दे रही है।
इधर नया सत्र, उधर मरम्मत
1 जुलाई से नवीन शिक्षण सत्र शुरू हो रहा है। छात्रों को रहने के लिए हॉस्टल की दरकार रहती है। ऐसे में हॉस्टलों में हो रहे मरम्मत कार्य 30 जून तक पूरे हो जाते हैं तो छात्रों को असुविधा ना होती। अब देखना यह है कि मरम्मत का कार्य आने वाले डेढ़ से 2 महीनों में पूरा होता है या फिर इसमें विभागीय लेतलाली चलेगी। तय समय पर काम करना पीडब्ल्यडी के लिए चुनौतीपूर्ण रहता है।
समय सीमा में काम पूरा किया जाएगा
हॉस्टलों की मरम्मत का काम शुरुआत में देरी विभागीय प्रक्रिया में लगी है। अब जल्द ही समय सीमा में इसे पूरा किया जाएगा। छात्रों की सुविधाओं का विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि यहां पढऩे के लिए एक बेहतर माहौल रहने वाले छात्रों को मिले।
-मनोज सक्सेना,
कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी
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