नई दिल्ली: भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एजेंसी इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-IN) बग्स और वल्नेरेबिलिटी को अलर्ट करती रहती है. इस बार एजेंसी ने Microsoft Edge वेब ब्राउजर को लेकर अलर्ट जारी किया है. एजेंसी ने कहा है कि इसमें आई दिक्कत की वजह से साइबर अटैक का खतरा है. साथ ही एजेंसी ने इसे गंभीर कैटेगरी में रखा है.
CERT-In वेबसाइट पर जारी वॉर्निंग एडवाइजरी के मुताबिक Microsoft Edge पर कई वल्नेरेबिलिटी को पाया गया है. इसका फायदा दूर बैठे अटैकर्स उठा सकते हैं और टारगेट सिस्टम की सिक्योरिटी को बायपास कर उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं.
CERT-IN ने अपने वल्नेरेबिलिटी नोट में ये खुलासा किया है कि Microsoft Edge ब्राउजर के नए बग्स साइबर अटैक्स को फायदा पहुंचा सकते हैं. इससे अटैकर्स को टारगेट सिस्टम की सिक्योरिटी को बायपास कर इसे कंट्रोल में ले सकते हैं. साथ ही सेंसिटिव डेटा को चोरी भी कर सकते हैं. साथ ही इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर्स टारगेट सिस्टम पर स्पेशियली क्राफ्टेड रिक्वेस्ट भी भेज सकते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्जन 109.0.1518.61 से पहले के Microsoft एज के वर्जन्स हाल ही में खोजी गई कमजोरियों से प्रभावित हैं. सिस्टम को इन खामियों से बचाने के लिए, CERT-IN ने यूजर्स को अपने ब्राउज़र को Microsoft एज वेब ब्राउज़र के लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करने की सलाह दी है.
माइक्रोसॉफ्ट ने पहले ही नया वर्जन जारी कर दिया है. इस वर्जन में आ रही दिक्कतों को दूर किया गया है. अपने सिस्टम को अपडेट करने के लिए यूजर्स को सेटिंग्स में जाना होगा. फिर सेटिंग्स के अंदर About Microsoft Edge पर क्लिक करना होगा. इसके बाद ब्राउजर लेटेस्ट अपडेट के लिए चेक करेगा.
अगर अपडेट नजर आए तो आपको उसे इंस्टॉल करना होगा. वेब ब्राउजर में अपडेट को इंस्टॉल करने के बाद सिस्टम को रीस्टार्ट कर लें. ध्यान रहे कि इस दौरान सिस्टम में पावर हो या लैपटॉप में बैटरी हो. आपको बता दें कि यूजर्स को वैसे भी समय समय पर अपने सिस्टम को अपडेट करते ही रहना चाहिए. क्योंकि, इसमें कई तरह के बग्स को दूर कर सिक्योरिटी पैच जारी किया जाता है.
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