अग्निबाण पड़ताल… डेली कलेक्शन के टारगेट के चलते नकद टिकट लेने वालों को प्राथमिकता
मानवता नगर में लंबे समय से सैकड़ों विद्यार्थी परेशान,किया हंगामा
इंदौर। शहर में बेहतर यात्रा देने दावा करने वाले अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड (एआईसीटीएसएल) की सिटी बसों में पासधारकों को बैठाया तक नहीं जा रहा है। पासधारक विद्यार्थियों को देखकर बस चालक स्टॉप पर भी बसों को नहीं रोक रहे हैं और तेज गति से बस निकाल ले जा रहे हैं। इसके खिलाफ बच्चे कई बार शिकायत भी कर चुके हैं। इसका कारण यह है कि नकद टिकट लेने वाले यात्रियों को प्राथमिकता दी जा रही है और पास वाले बच्चों को उतारा जा रहा है।
हंगामा तो कनाडिय़ा रोड स्थित मानवतानगर में हुआ, लेकिन यह पूरे शहर की समस्या है। मानवता नगर में बस स्टॉप के पास पांच से ज्यादा स्कूल-कॉलेज और कोचिंग इंस्टिट्यूट हैं। बड़ी संख्या में शहर से बच्चे यहां पढ़ाई के लिए जाते हैं। आने-जाने के लिए बच्चे एआईसीटीएसएल की सिटी बसों का इस्तेमाल करते हैं। रोजाना सफर करने के कारण बच्चों ने प्रबंधन से पास भी बनवाए हैं। अब यह पास बच्चों के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। पास देखकर इस रूट पर चलने वाली सिटी बसों के ड्राइवर्स ने इन बच्चों को बैठाना बंद कर दिया है। वहीं अकसर बच्चों को खड़ा देख बसों को रोकने के बजाय तेज गति में दौड़ाकर ले जाते हैं। इसके चलते मजबूरन बच्चों को पास होने के बाद भी दूसरे वाहनों में सफर करना पड़ता है।
जनसुनवाई में शिकायत करेंगे बच्चे
गुरुवार शाम करीब 5 बजे भी 60 से ज्यादा बच्चे मानवता नगर, सर्वसंपन्न नगर स्टॉप पर खड़े थे। बच्चों को देख बस चालक ने बस नहीं रोकी। इस पर बच्चे सडक़ पर उतर आए और हंगामा करने लगे। इसके खिलाफ बच्चे मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर से शिकायत भी करेंगे।
सिर्फ नकद सफर करने वालों को बैठाएंगे
बच्चों का कहना है कि जब वे पास के साथ बस में चढ़ते भी हैं तो उन्हें कहा जाता है कि सिर्फ नकद टिकट लेकर चलने वालों को ही बस में बैठाया जाएगा। सफर करना है तो टिकट लो। यह कहते हुए बच्चों को बस से उतार तक दिया जाता है।
ऑपरेटर्स देते हैं कैश कलेक्शन का टारगेट
बस चालकों को बस ऑपरेटर्स डेली कैश कलेक्शन का टारगेट देते हैं, जिसके चलते चालक पासधारक बच्चों को प्राथमिकता नहीं देते।
शहर में 20 हजार से ज्यादा पासधारक
शहर में सिटी बसों से रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए मासिक पास 800 रुपए में और वरिष्ठजन, दिव्यांगजन और विद्यार्थियों के लिए 75 प्रतिशत की रियायत के साथ यह पास 200 रुपए में जारी किया जाता है। शहर में 20 हजार से ज्यादा लोग पास लेकर बसों में सफर करते हैं।
जांच करेंगे, हर बच्चे के लिए रुकेगी बस
मेरी जानकारी में ऐसी शिकायत नहीं आई है। अगर ऐसा हो रहा है तो यह बहुत ही गलत है। मैं इस मामले की पूरी जांच करवाता हूं। गलती पाए जाने पर कार्रवाई भी की जाएगी। आगे से ऐसा न हो यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। हर बच्चे और हर यात्री के लिए बस हर स्टॉप पर रुकेगी।
– मनोज पाठक, सीईओ, एआईसीटीएसएल
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