नई दिल्ली. मोदी सरकार चीन को एक के बाद एक झटका दे रही है। सरकार ने पहले 59 एप्स पर बैन लगाया। फिर उसके कुछ दिन बाद 49 और एप्स पर बैन लगा दिया। सरकार की डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक यहीं नहीं रुकी है। अब सरकार ने चीनी की दिग्गज कंपनी शाओमी को जोरदार झटका देते हुए कंपनी के ब्राउजर पर बैन लगा दिया है।
सरकार द्वारा यह तीसरी बार है। जब चीनी ऐप्स को भारत में बैन किया गया है। शाओमी के ब्राउजर पर बैन को लेकर कुछ मार्केट एनालिस्ट का दावा किया जा रहा है कि इसका प्रभाव मोबाइल पर पडेगा। यानी की इस एप के फोन से चले जाने से फोन की परफॉर्मेंस को खराब हो जायेगी। लेकिन कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि इस कदम से डिवाइस की परफॉर्मेंस पर कोई असर नहीं पड़ेगा और यूज़र्स आसानी से कोई भी ब्राउज़र डाउनलोड कर सकते हैं।
जिस तरह से सरकार एक के बाद एक चीनी कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई कर रही है। उससे चीनी कंपनियां डरी हुई है. क्योंकि स्मार्टफोन के बाजार पर 70 फीसदी तक चीनी कंपनियों ने कब्जा जमा रखा है। जिसमें से 40 फीसदी तक हिस्सा सिर्फ शाओमी का है। कंपनी सरकार के साथ बातचीत शुरू करने के लिए कदम उठा रही है। ताकि वो अपने ब्राउजर को फिर से शुरू कर सके। देश में शाओमी के 10 करोड़ से ज़्यादा स्मार्टफोन यूजर्स हैं, और ये देश की टॉप कंपनियों में से एक है।
सरकारी चाइनीज एप्स पर लगातार नजर रख रही हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यदि कोई बैन हुआ एप नए नाम से आता है तो उसे तुरंत ब्लॉक किया जाएगा। सरकार डेटा प्राइवेसी को लेकर काफी सख्त नजर आ रही है। सरकार द्वारा जारी डेटा प्राइवेसी की गाइडलाइंस का अगर कोई कंपनी उल्लघंन करती है, तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। (एजेन्सी, हि.स.)
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