इंदौर। हर बार नगर निगम (municipal Corporation) कडक़ड़ाती सर्दी के दौरान शहर के विभिन्न स्थानों पर झोनों के माध्यम से सरकारी अलाव (government bonfire) जलाने की कार्रवाई करता रहा है, लेकिन इस बार प्रदूषण का स्तर (pollution degree) सुधारने के लिए निगम ने अलाव जलाने के मामले बंद कर दिए है।
कुछ दिनों पहले भी स्वास्थ्य विभाग (health Department) के अधिकारियों की टीमें शहर के होटलों, रेस्टोरेंट और ढाबों (Hotels, Restaurants and Dhabas) पर पहुंची थीं, जहां उन्होंने भट्टी (furnace) का उपयोग नहीं करने की चेतावनी संचालकों को दी थी। शहर में पहले से ही कचरा जलाना प्रतिबंधित किया गया है, अब नए स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए प्रदूषण के स्तर को लेकर भी अंक रहेंगे।
इसी के चलते निगम की तैयारी चल रही है। निगम अधिकारियों (corporate officers) के मुताबिक इस साल से अलाव जलाने का मामला बंद कर दिया गया है, अन्यथा अब तक सभी झोनों पर वन विभाग (forest department on zones) और उद्यान विभाग (forest Department) से अलाव के लिए लकडिय़ां भेज दे (send wood) जाती थीं। आने वाले दिनों में निगम की टीम उन रेस्टोरेंट और ढाबा संचालकों पर कार्रवाई करेगी, जहां खाना बनाने के लिए प्रदूषण (Pollution) फैलाया जाता है।
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