विजय सिंह जाट गुना। जिला प्रशासन के आम जनता से जुड़े एक महत्वपूर्ण सरकारी विभाग के मलाईदार शाखा में पदस्थ बाबू ने अपनी पत्नी को फोनकर बताया कि वह बीमार है इसके बाद जब पत्नी बीमार पति को देखने अस्पताल पहुंची तो वह उसे वहां नहीं मिला, पत्नी ने अपने स्तर से उसे तलाशा तो पता चला कि वह शहर की एक निजी होटल में अपनी प्रेमिका के साथ रंगरेलियां मना रहा है। अपने भाइयों व जेठ को साथ लेकर पहुंची पत्नी ने पहले तो बस स्टैंड के पास मौजूद नामचीन होटल में दोनों को पकड़ा और हंगामा शुरू कर दिया हंगामा बढ़ता देख होटल के संचालकों ने उन्हें बाहर खदेड़ दिया बीच सड़क पर ही नशे में धुत पति व प्रेमिका की जमकर चप्पलों से धुनाई की गई आत्मग्लानि बदनामी के डर से बाबू पति ने हाथ की नस काट ली जिसे इलाज के लिए राजधानी के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। सूत्र बताते हैं कि बीच रास्ते में ही बाबू ने ट्रक के आगे कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसे किसी तरह बचा लिया गया है फिलहाल बाबू का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है उसके परिजन भी साथ में मौजूद हैं। हालांकि प्रमुख शाखा में 6 दिन से ताला डलने के मामले में कलेक्टर नोबल ने संज्ञान लिया है।
3 विभागों के 6 बाबू रंगरेलियों में मशगूल
सूत्रों ने बताया कि जिला प्रशासन के तीन विभागों के छह बाबू ग्रुप बनाकर शराबखोरी, मुर्गा पार्टी रंगरेलियां में मशगूल हैं इनके द्वारा लंबे समय से ऐसी हरकतें की जा रही हैं हालांकि विभागीय अफसरों को इनके कारनामों की जानकारी है लेकिन इनके रुतबे के आगे वह नतमस्तक हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि शहर की पत्रकार कॉलोनी में एक मकान को इन्होंने रंगरेलियां मनाने का अड्डा बना रखा है आएदिन शराब पार्टियों व रंगरैलियों में मशगूल इन बाबुओं को उक्त मकान में देखा जा सकता है।
महिलाओं को बाबुओं ने दिलाई लाखों के आलीशान बंगले
सूत्र यह भी बताते हैं कि 3 विभागों के 6 बाबुओं के साथ रंगरेलीओं में लिप्त 5 महिलाओं को उक्त बाबू ने शहर की नामचीन कालोनियों में लाखों के आलीशान बंगले भी अपनी जेब से दिलवाए हैं, बताया जाता है कि इन रंगमिजाजी बाबूओं के पास मलाईदार पद होने से इनकी आमदनी लाखों में है जिसको वह शराबखोरी, मुर्गापार्टी,अय्याशी में खर्च कर रहे हैं हालांकि उक्त बाबू की रंगरेलियों की खबरें गुना में किसी से छिपी नहीं है वह जगजाहिर हैं।
महत्वपूर्ण शाखा में 6 दिन से ताला कलेक्टर ने लिया संज्ञान
जनसेवा से जुड़े महत्वपूर्ण सरकारी कार्यालय की प्रमुख शाखा में 6 दिन से ताला लटका हुआ है मामले की जानकारी कलेक्टर नोबल को लगी तो उन्होंने विभागीय वरिष्ठ अफसर से जवाब तलब किया अफसर ने कहा कि उक्त बाबू इलाज कराने के नाम पर गया था, उसका मोबाइल कभी लग जाता है तो उठता नहीं है कभी मोबाइल बंद बताता है बाबू के बारे में कोई जानकारी नहीं लग पा रही है। मामले में अब कलेक्टर क्या कार्यवाही करेंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा फिलहाल तो बाबूओं की रंगरेलियां के चर्चे शहर में चटखारे लेकर सुने जा रहे हैं।
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