भोपाल। मध्य प्रदेश में आजादी के पहले के 108 पुल हैं। ग्वालियर-चंबल में पिछले साल अतिवर्षा के कारण सात पुलों के ढहने के बाद सरकार इन सभी पुलों की स्थिति का आकलन करा रही है। इसके निष्कर्षों के आधार पर तय होगा कि किस पुल की मरम्मत की जानी है और किसे जर्जर घोषित करते हुए आवागमन बंद करना है। उधर, छिंदवाड़ा जिले के लोधीखेड़ा-खमारपानी मार्ग पर कन्हान नदी पर 60 साल पहले बने पुल के क्षतिग्रस्त होने पर लोक निर्माण विभाग ने यातायात बंद कर दिया है। आष्टा में पार्वती नदी पर बने पुराने पुल के स्थान पर 11 करोड़ रुपये की लागत से नया पुल बनाया जाएगा। इटारसी-नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुल का एक हिस्सा ढहने के बाद लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश के 941 पुलों की जानकारी मुख्य अभियंताओं से बुलाई है। प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने बताया कि आजादी के पहले के बने पुलों का सेफ्टी आडिट करा रहे हैं। ऐसे पुल जो सिंगल लेन हैं, उन्हें चौड़ा करने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। बड़ी संख्या में बायपास बनाए जा रहे हैं। आष्टा में पार्वती नदी पर बना पुल काफी पुराना है। यहां बायपास बनाया जा चुका है। अब हलके वाहनों के लिए इसका उपयोग हो रहा है। एक नया पुल भी बजट में स्वीकृत हो गया है।
वहीं, सेतु परिक्षेत्र के प्रमुख अभियंता संजय खांडे ने बताया कि 70 पुलों को संधारण कार्य के लिए चिह्नित किया गया था। इसमें से 40 पर काम पूरा हो चुका है। प्रदेश में 404 जलमग्नीय पुल हैं। इनका निरीक्षण बारिश से पहले होगा ताकि जहां भी मरम्मत के काम किए जाने हैं, वे समय पर हो जाएं। सभी मुख्य अभियंता को पुलों की सुरक्षा संबंधी कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।
टोल नाकों से बिना जांच आगे नहीं बढ़ेंगे ट्राले : मुख्यमंत्री
इटारसी-नागपुर राजमार्ग पर सुखतवा नदी पर बने पुल का हिस्सा ढहने की घटना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को बैठक की। उन्होंने पूरी घटना की जानकारी ली और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के अधिकारियों को ट्राला चालक और कंपनी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एनएचएआइ या मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम के टोल नाकों से बिना जांच कोई भी ट्राला आगे नहीं बढऩा चाहिए। अनुमति की शर्तों का सख्ती से पालन कराया जाए।
जर्जर पुलों पर आवागमन करेंगे प्रतिबंधित : भार्गव
लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव का कहना है कि अभी तक 92 पुलों की प्रारंभिक रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इसमें कोई भी ऐसा नहीं है, जिसे खतरनाक घोषित किया जाए। जांच में जो पुल जर्जर अवस्था में पाए जाएंगे, उन पर आवागमन प्रतिबंधित करेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved