भोपाल। कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्रान की आहट से सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। अगले सात दिनों तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित पूरी कैबिनेट मैदान में उतरेगी। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर मंत्रियों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन को लेकर वैज्ञानिकों के अध्ययन से संकेत मिल रहे हैं कि जनवरी में इसका प्रभाव पीक पर आ सकता है। लिहाजा तैयारियां पुख्ता होना चाहिए।
100 प्रतिशत वैक्सीनेशन पर फोकस
मुख्ममंत्री ने कहा कि दिसंबर के अंत तक 100 प्रतिशत वैकसीनेशन पर फोकस रहेगा। मुख्य रूप से वैक्सीन के दूसरे डोज लगाने के लिए लोगों को जागरूक करने की अभी भी जरूरत है। सरकार ने 8 दिसंबर को फिर से वैक्सीनेशन अभियान चलाने का फैसला लिया है। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वे प्रभार वाले जिले में किसी एक सेंटर पर जाएं। इससे सकारात्मक माहौल बनता है। बता दें कि मप्र में दूसरा डोज 70 प्रतिशत पात्र आबादी को लग चुका है।
सरकार की थ्री-टी रणनीति
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रोन के चलते इसकी तीसरी लहर के खतरे से निपटने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने थ्री-टी रणनीति बनाई है। थ्री-टी यानी टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट। इसके लिए प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसमें आरटी-पीसीआर में पॉजिटिव आने वाले सभी मरीजों का अनिवार्य रूप से जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों के कलेक्टर, सभी मेडिकल कॉलेजों के डीन, सीएमएचओ और सिविल सर्जन को यह निर्देश भेजा गया है। उन्हें कहा गया है कि कोविड की आरटी-पीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीज के सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए अनिवार्य रूप से भिजवाएं।
सरकार की दोतरफा रणनीति
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ज्यादातर आकलन कह रहे हैं कि कोरोना की तीसरी लहर जनवरी में आ सकती है। भगवान करें कि ऐसा न हो। इसके बाद भी हमें दो स्तरों पर तैयार रहना होगा। पहले तो अस्पतालों समेत जरूरी संसाधनों को तैयार रखना होगा। इसके साथ ही कोविड-19 वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ानी होगी। हम अच्छी स्थिति में है, पर जागरुकता बढ़ाना बेहद जरूरी है। कैबिनेट की बैठक से पहले चौहान ने कहा कि हम बेहतर स्थिति में है। ओमिक्रॉन की वजह से तीसरी लहर आ सकती है। अब तक जो पता चला है कि यह ज्यादा गंभीर नहीं है। मामूली सर्दी-जुकाम ही होता है। इसके बाद भी तैयारी रखनी होगी। हमें अस्पतालों को तैयार रखना होगा। सभी मंत्री अगले हफ्ते अपने प्रभार वाले जिलों में अस्पतालों का निरीक्षण सुनिश्चित करें। मैंने भी एक दिन पहले ही समीक्षा की थी। आप लोग भी सक्रिय रहे, ताकि आपके प्रभार वाले जिलों में ढिलाई न बरती जाए।
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