फतेहपुर: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तरह कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. हर साल लाखों युवा आईएएस-पीसीएस (IAS-PCS) बनने का ख्वाब देखते हैं. कुछ गिने-चुने लोग ही इस परीक्षा को पास करके पीसीएस अधिकारी बनते हैं. इन्हीं चुनिंदा लोगों में एक नाम प्रवीण कुमार द्विवेदी (Praveen Kumar Dwivedi) का भी है, लेकिन प्रवीण अब निलंबित हो गए हैं, जिसके बाद वह चर्चा में हैं.
यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) के रहने वाले प्रवीण कुमार द्विवेदी ने वर्ष 2021 में UPPSC की पीसीएस परीक्षा दी थी, जिसके नतीजे 19 अक्टूबर 2022 को जारी किए गए थे. तब प्रवीण ने UPPSC PCS परीक्षा में 6वीं रैंक हासिल की थी. उस समय उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया था. मीडिया रिपोर्ट्स में भी इस बात का ज़िक्र है. तब वह 28 साल की उम्र में पीसीएस अधिकारी बने थे.
प्रवीण कुमार द्विवेदी के पिता राजेश चंद्र द्विवेदी सिंचाई विभाग में नलकूप ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे, लेकिन हार्ट अटैक से वर्ष 2018 में उनकी मौत हो गई, जिसके बाद उनका परिवार फतेहपुर से प्रयागराज आ गया. पिता की जगह उनके बड़े भाई को सिंचाई विभाग में नौकरी मिल गई. प्रवीण भी वहीं रहकर अपनी पढ़ाई करने लगे. उनकी इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई फतेहपुर के सरस्वती विद्या मंदिर से हुई. इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी किया और इसी दौरान UPPSC PCS की तैयारी शुरू कर दी. चौथे प्रयास में वह पीसीएस परीक्षा में सफल हुए.
जब प्रवीण ने UPPSC PCS की परीक्षा पास की, तब उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता उन्हें बड़ा अधिकारी बनाने का सपना देखा करते थे. उनका बड़ा अधिकारी बनने का सपना तो पूरा हो गया, लेकिन वह आज भी अपने पिता को मिस करते हैं. प्रवीण का कहना था कि उनके पिता ने उनकी पढ़ाई के लिए काफी संघर्ष किया था. प्रवीण ने तब बताया था कि उन्होंने बिना कोचिंग के पीसीएस परीक्षा पास की.
UPPSC की परीक्षा पास करके डिप्टी कलेक्टर बने प्रवीण को अब निलंबित कर दिया गया है. उन पर आरोप है कि प्रतापगढ़ में उपजिलाधिकारी रहने के दौरान उन्होंने एक भूमि बंटवारे के मुकदमे में एकपक्षीय स्टे ऑर्डर दिया था. यूपी के प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक IAS एम. देवराज के निर्देश पर IAS विजय कुमार ने प्रवीण कुमार द्विवेदी के निलंबन का आदेश जारी किया. प्रवीण कुमार की नियुक्ति 23 मार्च 2023 को हुई थी. सबसे पहले वह औरेया के डिप्टी कलेक्टर बने थे. इसके बाद 2 मार्च 2024 से 20 नवंबर 2024 तक प्रतापगढ़ के डिप्टी कलेक्टर रहे. अब उनकी तैनाती लखनऊ में थी जिसके बाद उन्हें निलंबित किया गया है.
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