गोरखपुर। पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक ऑफ इण्डिया (यूबीआई) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) के विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ओबीसी व यूबीआई की सभी 08 शाखाएं पीएनबी के सर्वर पर काम करने लगीं। इसके साथ ही इन दोनों बैंकों के करीब सवा लाख खाताधारकों के एकाउण्ट के आईएफएससी कोड भी अब बदल गए है। अब इन खाताधारकों को लेन-देन के लिए नए आईएफएससी कोड का इस्तेमाल करना होगा।
अभी तक मण्डल में पीएनबी की 65 शाखाओं में लगभग 12 लाख खाताधारक थे। विलय के बाद मण्डल में शाखाओं की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। खाताधारकों की संख्या भी बढ़कर 13.25 लाख से अधिक पहुंच गई है। पीएनबी मण्डलीय कार्यालय के वरिष्ठ प्रबन्धक मार्केटिंग श्याम कुमार ने बताया कि पीएनबी में फिनायकल 10 सॉफ्टवेयर पर काम होता है। 16 डिजिट का एकाउण्ट नम्बर है, जबकि ओबीसी व यूनाइटेड बैंक में फिनायकल-7 सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल हो रहा था। इस साफ्टवेयर में भी 16 डिजिट का एकाउण्ट नम्बर इस्तेमाल होता है। ऐसे में विलय वाली शाखाओं के खाताधारकों के एकाउण्ट नम्बर तो वही रहेंगे लेकिन आईएफएससी कोड बदल जाएगी। उनके आईएफएससी कोड में शुरुआत में ओबीसी होता था, जबकि पीयूएनी के आईएफएससी कोड में पीएनबी होता है। सभी खाताधारकों को बदले आईएफएससी कोड की जानकारी दे दी गई है। खाताधारक अब डिमांड करके अपनी चेकबुक बदलकर नई चेकबुक ले सकते हैं। बहुत जल्द दूसरा पासबुक भी सभी खाताधारकों को मुहैया करा दिया जाएगा।
पीएनबी की शाखाओं में फेल होता रहा सर्वर
विलय की वजह से पीएनबी की अधिकांश शाखाओं में सर्वर बार-बार फेल होता रहा। सर्वर की दिक्कत के कारण खाताधारकों को काफी मुश्किल झेलनी पड़ी। कैश डिपाजिट करने व कैश निकालने के लिए खाताधारक दोपहर बाद तक शाखाओं में सर्वर ठीक होने की उम्मीद में इंतजार करते रहे। शाम को सर्वर ठीक होने के बाद लेन-देन का काम शाखाओं में शुरू हुआ। पीएनबी के अधिकारियों का कहना है कि दो बैंकों की शखाओं के मर्जर की वजह से सर्वर पर लोड अधिक रहा और सर्वर बार-बार फेल होता रहा। यह समस्या सभी शाखाओं में रही। हालांकि शाम को सर्वर ठीक हो गया था।
इनका हुआ विलय
ओरिएंयटल बैंक ऑफ कॉमर्स- बैंक रोड शाखा, गोरखनाथ शाखा, महेवा शाखा, बशारतपुर शाखा, मोहद्दीपुर शाखा, बड़हलगंज शाखा, पडरौना शाखा, यूनाइटेड बैंक ऑफ इण्डिया, बैंक रोड शाखा (एजेंसी, हि.स.)
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