भोपाल। राजधानी में बदमाशों के खिलाफ जारी अभियान के तहत लगातार सक्रीय गुंडे और बदमाशों की अवैध संपत्तियों को पुलिस की मदद से प्रशासन की टीम जमीदोज करने का काम कर रही है। जिससे शहर के बदमाशों में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकतर अपराधी शहर छोड़कर भागने को मजबूर हो चुके हैं। पिछले दिनों एडीजी भोपाल उपेंद्र जैन ने 234 बदमाशों की एक सूची को तैयार किया था। इस सूची में शामिल शहर के सबसे बड़े 15 क्रिमिनलों की अवैध संपत्तियों का ब्योरा पुलिस ने खंगाल लिया है। जिसके बाद अब ऐसे बदमाशों को सबग सिखाने पुलिस उनके अवैध निर्माण तोडऩे का काम कर रही है। एडीजी का कहना है कि शहर में सक्रीय,जुआ,सट्टा,जमीन और शराब माफिया के खिलाफ पहले चरण में कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ अड़ीबाजी,रंगदारी और धौस देकर वसूली करने वाले बदमाशों पर पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
जानकारी के अनुसार बदमाशों के खिलाफ चल रही मूहीम के तहत सबसे पहले खुद को डॉन समझने वाले मुख्तार मलिक के श्यामला हिल्स के अहाता रुस्तम खां में बने अशियाने को पुलिस ने जमीदोज किया था। इससे पूर्व ऐशबाग के जुआरी बाबू, स्टेशन के बदमाश शोएब,टीला के यासीन उर्फ मजिस्ट्रेट सहित कमला नगर में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या करने वाले आरोपियों के अवैध निर्माण पुलिस तोड़ चुकी है। वहीं पिछले दिनों पुलिस पर हमला करने के बाद अपराधों का गण माना जाने वाला ईरानी डेरे का करोड़ों रूपए का अवैध निर्माण पुलिस टीम ने तोड़ दिया था। इस कार्रवाई के बाद सीधे मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल पुलिस की पीठ को थप-थपाया था। वहीं पुलिस का यह रूप देखकर शहर के तमाम बदमाश भूमिगत हो चुके हैं। यह अपराधी लगातार अलग-अलग माध्यमों से पुलिस के आला अधिकारियों तब अपराध करने और एक मौका और देने की सिफारिश पहुंचा रहे हैं। हालांकि एडीजी उपेंद्र जैन अपराधियों को किसी हाल छोडऩे के इरादे में नहीं है। उन्होंने साफ किया कि अवैध कमाई के जरिए अवैध संपत्तियों पर निर्माण करने वाले बदमाशों पर कार्रवाई जारी रहेगी।
नासूर बने अपराधी की सरगर्मी से तलाश शुरु
जहांगीराबाद थाने का हिस्ट्री शिटर बदमाश जैम्स लंबे समय से फरार है। इस अपराधी को पकडऩे जहांगीराबाद पुलिस बीते कई माह से सुस्ती बरत रही थी। जिसकी जानकारी एडीजी उपेंद्र जैन को मिलने के बाद एक बार फिर उसकी सरगर्मी से तलाश शुरु कर दी गई है। थाना पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम भी इसकी तलाश में लगाई जाने की बात कही जा रही है। वहीं जैम्स के शासकीय भूमि पर बने मकान को भी पुलिस एक बार फिर पूरी तरह से जमीदोज करने की तैयारी में है। जानकारी के अनुसार जैम्स जहांगीराबाद थाने का निगरानी बदमाश है। उसके खिलाफ शहर के विभिन्न थानों में 50 से अधिक प्रकरण दर्ज हैं। बीते वर्ष उसके चाचा की उन्हीं के घर खून से लथ-पथ लाश मिली थी। जिसके बाद हत्या के मामले में जैम्स के भाई स्टैंली और पीटकर को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था। जबकि जैम्स इस मामले में एक साल से अधिक समय बीत जानेे के बाद भी फरार है। उस पर 15 हजार रूपए का इनाम घोषित है। टीआई जहांगीराबाद थाना वीरेंद्र सिंह चौहान के अनुसार जैम्स की गिरफ्तारी के लिए थाने की तीन टीमें जुटी हैं। सूचनाओं के आधार पर लगातार उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। जैम्स बेहद शातिर अपराधी है, ट्रेन न हो इस लिए मोबाइल का इस्तमाल भी नहीं करता है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अन्य संसाधनों का भी सहारा ले रही है।
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