नई दिल्ली। टेक जायंट गूगल (Google) ने प्ले स्टोर (Play Store) से लोन देने वाले 17 ऐप्स को रिमूव कर दिया है। ये ऐप यूजर्स के साथ फ्रॉड कर रहे थे। इनमें स्पाय मेलवेयर पाया गया है। साइबर सिक्योरिटी फर्म ESET की एक रिसर्च रिपोर्ट में पता चला कि धोखाधड़ी करने वाले कई इंस्टेंट लोन ऐप एंड्रॉयड यूजर्स (Android users) को टारगेट कर रहे हैं। रिपोर्ट में 18 ऐप की पहचान की गई थी, इनमें से गूगल ने 17 ऐप को हटा दिया है, जबकि एक ऐप के डेवलपर्स ने अपनी पॉलिसी को गूगल के नॉर्म्स के अनुसार बदल लिया है। इस कारण उसे प्ले स्टोर से नहीं हटाया गया।
लोन के नाम पर हासिल करते हैं पर्सनल डेटा
रिपोर्ट के अनुसार, इंस्टेंट लोन देने के नाम पर ये ऐप कई तरह की परमिशन जैसे- कॉल लॉग्स, स्टोरेज, मीडिया फाइल्स, कॉन्टेक्ट लिस्ट और लोकेशन डेटा को बायपास करते हैं। इसके अलावा यूजर का पर्सनल डेटा हासिल करने के लिए एड्रेस, बैंक अकाउंट और फोटो जैसी डिटेल भी शेयर करने को कहते हैं।
प्ले स्टोर पर ऐप्स को लेकर RBI सर्टिफिकेट जरूर देंगे
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कहना है कि लोन देने वाली किसी लिस्टेड वेबसाइट या उसके ऐप पर जाते हैं, तब यह जरूर देखें कि वो RBI से रजिस्टर्ड है। या फिर RBI से रजिस्टर्ड किसी बैंक या NBFC के साथ काम कर रहा है। लोने देने वाली सभी कंपनियों को अपनी कंपनी पहचान संख्या (CIN) और सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन (CoR) को साफ तौर पर दिखाना होगा।
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