नई दिल्ली। कोरोना काल में लोगों के डिजिटल दुनिया की तरफ तेजी से कदम बढ़े हैं। इसी को देखते हुए टेक कंपनियों का जिम्मेदारी भी बढ़ गई है कि यूजर की डाटा की सुरक्षा करें। गूगल भी कई बार कह चुका है कि वह अपने यूजर्स के डाटा की सुरक्षा और गोपनीयता के लिए प्रतिबद्ध है और इसे बरकरार रखने के लिए लगातार कदम उठाए हैं।
अब एक बार फिर कोविड महामारी के कारण डिजिटल प्लेटफॉर्म में तेजी को देखते हुए गूगल इंडिया ने ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बढ़ाने के लिए नई पहलों और कार्यक्रमों की घोषणा की है। गूगल ने भारत में अपनी ट्रस्ट और सुरक्षा टीमों में संसाधनों का विस्तार किया है और ये आठ भारतीय भाषाओं में होंगे।
इसके अलावा कंपनी ने बच्चों के साथ-साथ माता-पिता के लिए इंटरनेट सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले शैक्षिक कार्यक्रम लाने का भी फैसला किया है। साथ ही इंटरनेट की दिग्गज कंपनी ने लोकप्रिय कॉमिक बुक पात्रों के माध्यम से बच्चों को महत्वपूर्ण इंटरनेट सुरक्षा सबक सिखाने के लिए अमर चित्र कथा के साथ हाथ मिलाया है।
गूगल ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि कंंपनी के पास दुनिया भर में फैली ट्रस्ट और सुरक्षा टीमें हैं जो तकनीक में निपुण हैं और वे ऑनलाइन नुकसान की पहचान करने, लड़ने और रोकने के लिए काम करती हैं। साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए 10 से अधिक स्थानीय भाषाओं को जोड़ा गया है।
गूगल का मानना है कि संसाधन में बढ़ोतरी से गलत सूचना, धोखाधड़ी, बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरे, हिंसक उग्रवाद, फिशिंग हमलों और मैलवेयर जैसे बड़े मुद्दों से निपटने में मदद मिलेगी। कंपनी ने गूगल सेफ्टी सेंटर भी लॉन्च किया है और ये हिंदी, मराठी, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु भाषाओं के साथ लाइव हो गया है और ये फीचर 2021 के अंत तक, यह बंगाली, गुजराती और तमिल में भी आ जाएगा।
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