वाशिंगटन (Washington)। आज का समय विज्ञान का युग है और टेक्नालॉजी (Technology) कहा तक पहुंच गई जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते, लेकिन यह लोगों को अभी उनकी स्वाभाविक मौत से बचा नहीं सकती है। अब गूगल के एक पूर्व वैज्ञानिक रे कुर्जवील ने दावा किया है कि मनुष्य अगले 7 वर्षों में नैनोरोबोट्स (Nanorobots) की मदद से अमर हो जाएगा। कुर्जवील (Kurzweil) ने इस बारे में टेक व्लॉगर अडाजियो द्वारा पोस्ट किए गए एक यूट्यूब वीडियो में दावा किया है।
कुर्जवील ने क्या कहा?
कुर्जवील ने वीडियो में आनुवंशिकी, नैनो टेक्नोलॉजी और रोबोटिक्स सहित अन्य चीजों के बारे में विस्तार से बात की है। दो भाग के वीडियो इंटरव्यू में कुर्जवील ने 2005 की किताब ‘द सिंगुलैरिटी इज नियर’ में किए गए अपने दावे पर जोर दिया। किताब में उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि टेक्नोलॉजी के जरिए 2030 तक ऐसा संभव होगा कि मनुष्य हमेशा जीवन का आनंद ले पाएगा, यानी लोगों की मौत ही नहीं होगी।
भविष्यवाणी के लिए 2029 को बताया सही समय
कुर्जवील ने अमरता से जुड़ी अपनी भविष्यवाणी के लिए 2029 को सही समय बताया है। उन्होंने कहा कि इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक वैध ट्यूरिंग टेस्ट पास करेगा।
उन्होंने तब उन प्रयोगों का जिक्र करते हुए भविष्यवाद को परिभाषित किया था, जो कंप्यूटर को इंसानों जैसा सोचने के लिए चुनौती देते हैं और कंप्यूटर मानव स्तर की बुद्धि प्राप्त करते हैं।
न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुर्जवील ने कहा, “मैंने सिंगुलैरिटी के लिए 2045 की तारीख तय की है, जब हम अपनी बनाई गई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कृतिम बुद्धि के साथ विलय करके अपनी बुद्धिमत्ता को एक अरब गुना बढ़ा देंगे।”
हालांकि, अमर होने वाली बात को छोड़ दें तो कुर्जवील की AI की बात सच होती भी दिख रही है। एलन मस्क सहित अन्य टेक दिग्गज तो AI के विकास को रोकने की बात भी कह रहे हैं।
कौन हैं कुर्जवील?
कुर्जवील 75 वर्षीय कंप्यूटर वैज्ञानिक और पूर्व गूगल इंजीनियर हैं। उन्होंने 1999 में टेक्नोलॉजी का नेशनल मेडल प्राप्त किया था और 2002 में उन्हें नेशनल इंवेंटर्स हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। कुर्जवील की यह कोई पहली भविष्यवाणी नहीं है। उन्होंने हाल के दशकों में कई भविष्यवाणियां की हैं। कुर्जवील सटीक भविष्यवाणियों के बड़े पैमाने पर अच्छे रिकॉर्ड के साथ एक भविष्यवादी रहे हैं। अब तक उनकी 147 भविष्यवाणियों में से करीब 86 प्रतिशत सही साबित हुई हैं।
क्या हैं नैनोबॉट्स?
नैनोबॉट्स छोटे रोबोट होते हैं, जो 50-100 नैनोमीटर चौड़े होते हैं। अभी इनका इस्तेमाल DNA जांच, सेल इमेजिंग मैटेरियल और सेल-स्पेसिफिक डिलीवरी व्हीकल के रूप में रिसर्च के लिए किया जाता है।
कुर्जवील का मानना है कि आनुवंशिकी, रोबोटिक्स और नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी के विकास और विस्तार के मौजूदा स्तर के साथ जल्द ही इंसानी रगों में नसों के जरिए नैनोबॉट दौड़ेंगे। उन्होंने कहा कि नैनोरोबोट उम्र बढ़ाने, बीमारी दूर करने के साथ शरीर की मरम्मत करेंगे।
ऐसे काम करेंगे नैनोबॉट्स
कुर्जवील ने 2003 के एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि नैनोबॉट्स बुद्धिमानी से पाचन तंत्र और रक्तवाहिकाओं से इंसानों के लिए जरूरी पोषक तत्वों को निकालेंगे और शेष भोजन को पास करने के लिए भेज देंगे।
कुर्जवील का यह भी दावा है कि इस तरह की नैनो टेक्नोलॉजी लोगों को पतले और ऊर्जावान रहने के दौरान वो जो कुछ भी खाना चाहते हैं, उसे खाने की अनुमति देगी। बाकी चीजें नैनोबॉट्स अपने हिसाब से मैनेज करेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved