नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने पिछले महीने हजारों यूट्यूब चैनलों को हटा दिया है. इन चैनलों में 7,599 चैनल, एक एडसेंस अकाउंट और तीन ब्लॉगर अकाउंट्स शामिल हैं. ये चीन से जुड़े हैं. चीन के अकाउंट के संबंध में जांच चल रही है, जिसके तहत इन अकाउंट्स को ब्लॉक किया गया है. इस बात का ध्यान रखें कि सस्पेंड किए गए चैनल और ब्लॉग्स ने मुख्य तौर पर एंटरटेनमेंट, म्यूजिक और लाइफस्टाइल कंटेंट होता है. कंपनी के मुताबिक, इनमें चीनी और अंग्रेजी भाषा में बेहद कम कंटेंट ही चीन और अमेरिकी मामलों पर उपलब्ध होता है.
किन मामलों से जुड़ा था कंटेंट?
इसके अलावा कंपनी ने तीन यूट्यूब चैनल के कंटेंट को भी हटा दिया है, जो चीनी भाषा में संवेदनशील कंटेंट शेयर करते हैं. यह कंटेंट यूक्रेन में युद्ध और ताइवान के बीच संबंधों और यूक्रेन में युद्ध से जुड़ा था. अब तक कंपनी ने जांच के तहत 515 यूट्यूब चैनलों को हटाया है, जो Azerbaijan के मामलों के साथ जुड़े थे. और 57 ब्राजील के मामलों पर थे.
गूगल ने कहा कि उन्होंने एक एडसेंस अकाउंट को हटा दिया है. और एक डोमेन को गूगल न्यूज पर दिखने से मना कर दिया है. यह एक्शन कंपनी की जांच-पड़ताल के तहत ही किया गया है. वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने जुलाई और सितंबर 2022 के महीनों में अपने प्लेटफॉर्म से 5.6 मीलियन वीडियो को हटाया है. यह कार्रवाई उन्होंने कम्युनिटी गाइडलाइंस के उल्लंघन का हवाला देकर की है.
दो महीनों में दो लाख से ज्यादा अपील मिलीं
प्लेटफॉर्म को दो महीनों के दौरान 271,000 अपील हटाने के संबंध में मिली है. यूट्यूब ने अपने लेटेस्ट ब्लॉग में बताया है कि कंटेंट को रिव्यू करने के बाद उसने करीब 29,000 अपीलों को स्वीकार किया है. यूट्यूब के मुताबिक, इस साल जुलाई से सितंबर के बीच, हर 10,000 व्यू में से, 10 से 11 में ऐसा कंटेंट मौजूद था, जिसने कम्युनिटी गाइडलाइंस का उल्लंघन किया है.
इसके अलावा प्लेटफॉर्म ने उन अपीलों की संख्या को ट्रैक किया है, जो क्रिएटर्स ने हटाई गई वीडियो के रिस्पॉन्स में सब्मिट की हैं. इससे उन्हें सिस्टम की सटीकता को साफ समझने में मदद मिलेगी. इसके अलावा ब्लॉग में यह भी कहा गया है कि नुकसान को रोकने का मतलब यह नहीं है कि वे यूट्यूब से सभी आक्रामक कंटेंट को हटा देंगी, क्योंकि उनका मानना है कि खुली डिबेट और आजाद अभविव्यक्ति से समाज बेहतर होता है.
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