नई दिल्ली। क्रोम (Chrome) में एंटरप्राइज प्रीमियम (Enterprise Premium) नाम से एक नया फीचर (feature) जोड़ा गया है जो कि पेड है। हालांकि ये फीचर खासतौर से ऑर्गेनाइजेशन (Organization) और बिजनेस (Business) को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है। कंपनी ने कहा है कि ये फीचर आम यूजर्स (users) की तुलना में ऑर्गेनाइजेशन और बिजनेस को एडिशनल सिक्योरिटी लेयर देगा। जिससे इनकी सिक्योरिटी और भी टाइट हो जाएगी।
Google Chrome एक ऐसा ब्राउजर है जिसका दुनियाभर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए किसी भी तरह के सब्सक्रिप्शन वगैरह की जरूरत नहीं होती है और फ्री में ही सारी सुविधाएं यूजर्स को मिलती हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि गूगल क्रोम इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को जेब ढीली करनी होगी।
हाल ही में क्रोम में एंटरप्राइज प्रीमियम (Enterprise Premium) नाम से एक नया फीचर जोड़ा गया है जो कि पेड है। हालांकि ये फीचर खासतौर से ऑर्गेनाइजेशन और बिजनेस को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है। कंपनी ने कहा है कि ये फीचर आम यूजर्स की तुलना में ऑर्गेनाइजेशन और बिजनेस को एडिशनल सिक्योरिटी लेयर देगा। जिससे इनकी सिक्योरिटी और भी टाइट हो जाएगी। ये भी कहा गया है कि इसे इस्तेमाल करने वालों के साथ स्पैम, हैकिंग और फिशिंग जैसे अटैक भी नहीं होंगे।
आम यूजर्स के लिए फ्री ही रहेगा क्रोम
नाम से ही स्पष्ट होता है कि एंटरप्राइज प्रीमियम फीचर का आम क्रोम यूजर्स से कोई लेना देना नहीं है। बल्कि इसे बिजनेस चलाने वाले, ऑर्गेनाइजेशन रन करने वाले यूजर्स के लिए पेश किया गया है। बताया गया है कि फीचर का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को इसमें कई खास सुविधाएं दी जाएंगी। यह नया फीचर आईटी डिपार्टमेंट के लिए परफेक्ट काम कर सकता है। यह मशीनों पर इंस्टॉल किए गए सभी क्रोम ब्राउजर्स को मैनेज करने का भी काम करता है।
कितने चुकाने होंगे पैसे
यह एडवांस फीचर 6 डॉलर (500 रुपये लगभग) प्रतिमाह के हिसाब से लिया जा सकता है। सब्सक्रिप्शन को सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए लिया जा सकता है।
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