भोपाल। पश्चिम मध्य रेलवे ने इन दिनों ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए पटरी सुधारने से लेकिन सिग्नल लगाने और पाइंट को आधुनिक करने की प्रक्रिया शुरू कर दिए पश्चिम मध्य रेलवे सीमा में आने वाली तीन रेल मंडल के 300 से ज्यादा स्टेशनों से गुजरने वाली माल गाडिय़ों की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे औसत कर दी है। रेल पर मालगाडिय़ों की औसत गति पश्चिम मध्य रेल पर सबसे अधिक हो गई है। पश्चिम मध्य रेल पर मालगाडिय़ां अधिक गति से अपने गंतव्य की ओर चल रही है, जिससे माल का परिवहन शीघ्र हो रहा है और व्यापारियों को उनका माल जल्दी प्राप्त हो रहा है।
गति बढ़ाने किया यह काम
पमरे में विद्युतीकरण का 100 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। तीनों मंडलों के मुख्य रेलखण्डों बीना-कटनी, इटारसी-बीना, बीना-कोटा, भोपाल-बीना एवं नागदा-मथुरा खंडों पर मालगाडिय़ों की 75 केएमपीएच अधिकतम गति सीमा बढ़ाई गई। कोटा यार्ड में 50 केएमपीएच एवं गंगापुरसिटी में 70 केएमपीएच का स्थायी गति प्रतिबंध (पीएसआर) हटाया गया। दोहरीकरण का कार्य बांरा-सालपुरा, सोगरिया-भौरा, अशोकनगर-ओर-गुना-पीलीघाट, सतना-कैमा, न्यूकटनी-कटंगी खुर्द, भौरा-बिजोरा, बीना-कंजिया एवं रुठियाई-मोतीपुरा चौकी रेलखंडों पर और तिहरीकरण का कार्य रानी कमलापति-बरखेड़ा, इटारसी-बुदनी, सागर-नारियावाली, लिधोराखुर्द-मकरोनिया, हरदुआ-रीठी एवं खुरई-मालखेड़ी रेलखण्डों पर कार्य पूर्ण किया गया। 5 इंटरमीडिएट ब्लाक सिग्नल (आइबीएस) का कार्य बागरातवा-गुरमखेड़ी, कटंगीखुर्द-सलहना, मझगवां-टिकरिया, टिमरनी-पगढाल एवं जोबा-डुबरिकलां के ब्लाक सेक्शनों में स्थापित किए गए। क्रू बदलने के स्थान का युक्तिकरण। अधिक लम्बी मालगाडिय़ां (लांग हाल) एवं क्रेक ट्रेन का संचालन। ट्रैफिक ब्लाक का अधिकतम उपयोग। टर्मिनल में देरी होने पर विश्लेषण और टर्मिनल पर त्वरित लोडिंग/अनलोडिंग करना। इंटरचेंज प्वाइंट पर डिटेंशन कम करना आदि उपाय किए गए है।
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