उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर मे आने और यहां गर्भग्रह मे पहुंचकर बाबा महाकाल का जलाभिषेक करने की मनोकामना सभी श्रद्धालुओं की रहती है. अब तक की व्यवस्थाओं के अनुरूप श्रद्धालुओं को इस सुविधा के लिए ऑफलाइन 1500 रुपए की रसीद कटवाना पढ़ती थी लेकिन मई माह से श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति गर्भग्रह में होने वाले दर्शन की बुकिंग भी ऑनलाइन शुरू करने वाली है.
जिससे कि गर्भग्रह में प्रतिदिन होने वाले दर्शन की व्यवस्था अब और भी सुलभ तरीके से हो पाएगी. अब श्रद्धालु निर्धारित समय पर मंदिर पहुंचेंगे और अपनी अनुमति दिखाने के साथ ही इस नई दर्शन व्यवस्था का लाभ लेंगे. अब उन्हें ऑफलाइन दर्शन की बुकिंग करवाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा.
श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति आए दिन मंदिर के दर्शन व्यवस्था में बदलाव करती आ रही है. कुछ दिनों पूर्व ही उन्होंने शीघ्र दर्शन की 250 की अनुमति को ऑनलाइन किया था, जिसके बाद अब गर्भग्रह मे होने वाले बाबा महाकाल के दर्शन और उनके पूजन अभिषेक की अनुमति को भी मई माह से ऑनलाइन किया जाने वाला है. श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति इस कार्य की तैयारियों में जुट चुकी है.
बताया जा रहा है कि ऑनलाइन बुकिंग के लिए मंदिर में सुबह 6 से दोपहर 12:30 बजे तक 6 स्लॉट बनाए जाएंगे. जिसमें प्रत्येक प्लाट के माध्यम से बाबा महाकाल के भक्तो की ऑनलाइन बुकिंग की जाएगी. जिसमें अब 750 व 1500 रुपए की टिकट की बुकिंग होगी.
1500 श्रद्धालुओं को प्रतिदिन देते हैं प्रवेश
याद रहे कि श्री महाकालेश्वर मंदिर मे वर्तमान मे इस व्यवस्था के तहत 1500 श्रद्धालुओ को दर्शन करवाए जाते है. इसी व्यवस्था के तहत अभी श्रद्धालुओं को ऑफलाइन रसीद कटवाना होती है जिसमें श्रद्धालुओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन ऑनलाइन रसीद कटवाने से अब श्रद्धालुओ को कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
नई व्यवस्था से अब देशभर के श्रद्धालु घर बैठे कर सकेंगे बुकिंग
इस नई व्यवस्था से अब देशभर के श्रद्धालु घर बैठे ही विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भग्रह में होने वाले दर्शन की आॅनलाइन बुकिंग कर सकेंगे. पूर्व मे श्रद्धालु पहले बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचते थे और फिर यहां की व्यवस्थाओं को समझने के बाद बाबा महाकाल के दर्शन करते थे. इस प्रक्रिया के दौरान श्रद्धालुओं को गर्भग्रह मैं पहुंचकर बाबा महाकाल के दर्शन करने मे 1 से 2 दिनों का समय लग जाता था लेकिन यह नई व्यवस्था श्रद्धालुओ का न सिर्फ समय बचाएगी बल्कि इस व्यवस्था से उन्हें आसानी से गर्भ ग्रह में प्रवेश भी मिल जाएगा.
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