भोपाल: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में किसानों की बल्ले-बल्ले हो गई है. सरकार की ओर से चार फसलों पर बढ़ाई गई एमएसपी का फायदा (Benefit of MSP) अब किसानों को मिलना शुरू हो गया है. दरअसल, सरकार ने गेहूं, चना, मसूर और सरसों के बढ़े हुए दामों पर किसानों से फसलें खरीदना शुरू कर दी हैं. फसलों पर एमएसपी के दाम बढ़ने से किसानों का पहले से ज्यादा फायदा हो रहा है.
सरकार किसानों से बड़ी मात्रा में उनकी फसल खरीद रही है. सरकार खरीदी केंद्रों पर गेहूं की MSP पर खरीदी शुरू कर चुकी है. मध्यप्रदेश की सीएम मोहन यादव के निर्देश के बाद गेहूं की MSP 2425 रुपए के साथ 175 रुपए प्रति क्विंटल का सरकार किसानों को बोनस भी दे रही है. इस तरह से देखा जाए तो किसानों को नई एमएसपी के अनुसार 2600 प्रति क्विंटल के हिसाब से गेहूं की फसल के दाम मिल रहे हैं. इसके साथ ही मसूर, सरसों और चना की फसल को एमएसपी पर बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है.
मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में गेहूं की खरीदी के लिए खरीदी केंद्र खोले गए हैं, जहां गेहूं की तुलाई जारी है. वहीं कुछ जिलों में जल्द ही केंद्र खोले जाएंगे. सरकार ने गेहूं की खरीदी में समर्थन मूल्य और बोनस मिलाकर 2600 रुपए प्रति क्विंटल का भाव रखा है. लेकिन अभी तक खरीदी केंद्रों पर रौनक नहीं दिखी है, अभी कम किसान ही अपनी फसल को केंद्रों पर लेकर पहुंच रहे हैं. किसानों का मानना है कि बाजार में गेहूं की फसल के समर्थन मूल्य से ज्यादा दाम मिल रहे हैं इसलिए वे मंडी में ही फसल को बेच रहे हैं.
सरकार की तरफ से एमएसपी पर खरीदी जा रहीं फसलों के लिए खास व्यवस्थाएं की गई हैं. वहीं खरीदी केंद्रों पर किसानों के लिए भी टेंट, पानी, पंखे, तौल मशीन, बैठने की वय्वस्था जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं की गईं हैं. कृषि विभाग के अनुसार गेहूं की फसल को एमएसपी पर बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. गेहूं का रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तारीख 31 मार्च है, वहीं खरीदी 5 मई तक की जाएगी.
मध्यप्रदेश में गेहूं की MSP और बोनस की राशि मिलाकर 2600 रुपए, चना की एमएसपी 5650, मसूर की एमएसपी 6700, सरसों की एमसपी 5950 तय की गई है. इन चारों फसलों की एमएसपी पर खरीद से किसानों को राहत मिलेगी. गेहूं पर बोनस मिलने से किसानों को प्रति क्विंटल 175 रुपए का फायदा होगा. एमएसपी की निर्धारित कीमत के अलावा बोनस राशि भी मिलेगी.
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