नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने भी ब्याज दरों में इजाफा शुरू कर दिया है. लोन पर ब्याज दर बढ़ने के अलावा बैंक जमा पर भी ब्याज दरों में इजाफा होने लगा है. इस बीच प्राइवेट सेक्टर के प्राइवेट सेक्टर के आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) ने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी (FD) पर मिलने वाले ब्याज की दरों में 35 बेसिस प्वाइंट्स तक की बढ़ोतरी की है.
10 अक्टूबर, 2022 से नई दरें प्रभावी
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी के लिए ब्याज दरों को बढ़ा दिया है. नई दरें 10 अक्टूबर, 2022 से प्रभावी होगी. बैंक ने 501 दिनों से लेकर 750 दिनों तक के टेन्योर के लिए अपनी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है.
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की ब्याज दरें
रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 0.5 फीसदी बढ़ाकर 5.9 फीसदी की, 3 साल के उच्चस्तर पर
हाल ही में आरबीआई ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट 0.5 फीसदी बढ़ाकर 5.9 फीसदी कर दी. यह इसका 3 साल का उच्चस्तर है. खुदरा महंगाई को काबू में लाने और विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों के ब्याज दर में आक्रामक वृद्धि से उत्पन्न दबाव से निपटने के लिए आरबीआई ने यह कदम उठाया है. इससे पहले, मई में 0.40 फीसदी वृद्धि के बाद जून और अगस्त में 0.50-0.50 फीसदी की वृद्धि की गई थी. कुल मिलाकर मई से अब तक आरबीआई रेपो रेट में 1.90 फीसदी की वृद्धि कर चुका है.
फिक्स्ड डिपॉजिट की दरों को बढ़ा चुके हैं कई बैंक
बता दें कि हाल ही में आरबीएल बैंक, एक्सिस बैंक, सीएसबी बैंक लिमिटेड, कोटक महिंद्रा बैंक आदि भी अपनी-अपनी एफडी दरों को बढ़ा चुके हैं. दरों में बढ़ोतरी का ये सिलसिला आरबीआई के द्वारा रेपो रेट्स में बढ़ोतरी के बाद शुरू हुआ है.
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