गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुए बच्चे की किडनैपिंग केस में पुलिस ने चार आरोपियों का गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ, पुलिस और किडनैपर्स के बीच देर रात हुई मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के बाद एक युवती समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि दो आरोपियों के पैर में गोली भी लगी है। किडनैपर्स के पास से बच्चे की बरामदगी भी कर ली गई है। अपहरणकर्ताओं से पूछताछ चल रही है।
यूपी दिनोंदिन अपराध के मामले बढ़ते जा रहे हैं। कानपुर में अपहरण के बाद हत्या का मामला शांत नहीं हुआ था कि गोंडा में एक बीड़ी व्यवसायी के 6 वर्षीय बेटे का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में चार आरोपियों सूरज पांडेय, छवि पांडेय, राज पांडेय, और उमेश यादव को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस आगे पूछताछ कर रही है।
मासूम का बदमाशों ने दिनदहाड़े अपहरण कर लिया था। बताया जा रहा है कि सैनेटाइजर देने के नाम पर 6 वर्षीय नमो गुप्ता नाम के बच्चे का अपहरण किया गया। इसके बाद बदमाशों ने बच्चे के पिता के मोबाइल पर फोन किया और उनसे 4 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। इतना ही नहीं, बदमाशों ने परिवारवालों को धमकी भी दी कि अपहरण की सूचना यदि पुलिस को दी तो बच्चे की हत्या कर दी जाएगी।
इस मामले में बच्चे के परिवारवालों की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी। बदमाशों ने इस वारदात को कर्नलगंज कोतवाली क्षेत्र के गाड़ी बाजार के नजदीक अंजाम दिया। इस घटना के बाद से एक बार फिर से उत्तर प्रदेश पुलिस की फजीहत होने लगी थी। इस घटना को लेकर यूपी एसटीएफ को तुरंत अलर्ट किया गया। गोंडा जिले की सारी सीमाएं सील कर दी गईं। उधर यूपी बॉर्डर पर भी चौकसी बढ़ा दी गई ताकि किडनैपर्स बच्चे को लेकर बाहर न निकल सकें।
कानपुर में लैब टेक्निशन संजीत यादव का एक महीने पहले किडनैप हुआ था। इस मामले में 23 जून को गुमशुदगी लिखी गई। फिर 26 जून को इस रिपोर्ट को एफआईआर में तब्दील किया गया। वहीं, 29 जून को परिवारवालों को 30 लाख रुपये की फिरौती के लिए कॉल आया। संजीत यादव वापस नहीं लौटे क्योंकि उनकी हत्या 26 या 27 जून को ही कर दी गई थी।
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