नई दिल्ली। फिच और इंडिया रेटिंग्स के बाद ग्लोबल रेटिंग और रिसर्च एजेंसी गोल्डमैन सैश ने विकास दर में बड़ी गिरावट का अनुमान जताया है। रेटिंग एजेंसी के मंगलवार को जारी अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 14.8 फीसदी की गिरावट का अनुमान है। ज्ञात हो कि इससे पहले एजेंसी ने 11.8 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया था।
गोल्डमैन सैश के कैलेंडर ईयर 2020 में विकास दर में 11.1 फीसदी की गिरावट का अनुमान है, जबकि इससे पहले एजेंसी ने 9.6 फीसदी के गिरावट का अनुमान था। इसके पहले फिच रेटिंग्स और इंडिया रेटिंग ने भी चालू वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ में बड़ी गिरावट का अनुमान जताया है।
गौरतलब है कि फिच रेटिंग्स ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 फीसदी की भारी गिरावट का अनुमान है, जबकि फिच ने इससे पहले जीडीपी में 5 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था। वहीं, घरेलू रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग एंड रिसर्च ने जीडीपी ग्रोथ में 11.8 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया है। इससे पहले एजेंसी ने 5.3 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया था।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 की महामारी के कारण कोरोना संकट के चलते चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी ग्रोथ में रिकॉर्ड 23.9 फीसदी की गिरावट रही है। जीडीपी के आकंड़ों में केवल कृषिक्षेत्र में 3.5 फीसदी की हल्की बढ़त रही। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक जीडीपी में बड़ी गिरावट की वजह कोरोना संकट के दौरान लगे देशव्यापी लॉकडाउन को माना जा रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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