जयपुर। राजस्थान में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे के विधायक ईद व रक्षाबंधन स्वर्ण नगरी जैसलमेर में मनाएंगे। गहलोत खेमे के विधायक शुक्रवार की दोपहर बाद चार्टर प्लेन से जैसलमेर रवाना हो गए। इससे पहले विधायकों के परिजन उनका सामान लेकर होटल पहुंचे थे। विधायकों को होटल सूर्यगढ़ पैलेस में ठहराया जाएगा। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने होटल पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। होटल के बाहर और आसपास भारी पुलिस तैनात है। पहली फ्लाइट में निर्दलीय, सहयोगी दल माकपा, बीटीपी और बसपा कांग्रेस में शामिल छह विधायकों को जैसलमेर भेजा गया है।
जैसलमेर से सभी विधायक 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से ठीक पहले जयपुर लौटेंगे। गहलोत सरकार की मंशा सत्र चलने तक विधायकों को बाड़ाबंदी में रखने की है। केवल मंत्रियों को जयपुर में कामकाज के लिए रखा जा रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री भी जैसलमेर आते- जाते रहेंगे।
विधायकों को जैसलमेर शिफ्ट करने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया है कि बाड़े में भी अविश्वास, जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान है। अगर कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है तो विधायकों को कैद क्यों किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि सब एक हैं, कोई खतरा नहीं है, लोकतंत्र है, सब ठीक है तो बाड़ा क्यूं। बिकाऊ कौन है? उनके नाम सार्वजनिक करो। हकीकत से कब तक दूर भागेंगे जादूगर अशोक गहलोत?
राजस्थान में सामान्य तरीके से विधानसभा सत्र आहूत होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जहां एक बड़े जोखिम से बच गए हैं, वहीं टब् सभी की नजरें सचिन पायलट गुट की अगली रणनीति पर टिकी है। सूत्रों के अनुसार अब पायलट और उनके साथी विधायक जयपुर पहुंच सकते हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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