नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका और यूरोपीय देशों में आर्थिक रिकवरी के संकेत मिलने से सोने की कीमतों पर दबाव जारी है। शुक्रवार को कॉमैक्स पर सोने कीमतें 1 फीसदी से ज्यादा गिर गई। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये गिरकर 1941 डॉलर प्रति औंस पर आ गई है। इस पर दुनियाभर की बड़ी रेटिंग एजेंसियों का मानना है कि अगले साल की शुरुआत तक सोने में अब बड़ी तेजी संभावना नज़र नहीं आ रही है। सिटी ग्रुप की हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि सोने में यहां तेजी की संभावना 30 फीसदी है। वहीं, गिरावट आने की संभवना 20 फीसदी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर तेजी आती है तो सोने की कीमतें 2275 डॉलर प्रति औंस के भाव तक पहुंच सकती है। वहीं, गिरावट आने पर इनके 1600 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक गिरने का अनुमान है।
अगर घरेलू बाजार में देखें तो सोने की कीमतें लगातार गिर रही है। इसके पीछे मुख्य कारण रुपये की मज़बूती को बताया जा रहा है। 10 अगस्त को सोने के दाम 56200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गए थे। वहीं, अब घरेलू बाजार में ये गिरकर 52 हजार रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गए है।
लगातार चौथे दिन की तेजी के बाद शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली। 99.9 फीसदी वाले 10 ग्राम सोने के दाम 52,643 रुपये से गिरकर 52,452 रुपये पर आ गए। इस दौरान कीमतों में 191 रुपये प्रति दस ग्राम की गिरावट आई। शुक्रवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में एक किलोग्राम चांदी के दाम 70,431 रुपये प्रति किलो से गिरकर 69,950 रुपये प्रति किलो पर आ गए. इस दौरान कीमतों में 990 रुपये की गिरावट आई है।
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