नई दिल्ली. सोने (Gold) की कीमतों में तेजी का दौर जारी है, इसके साथ ही गोल्ड ने एक लाख (1 lakh ) रुपये प्रति 10 ग्राम (per 10 grams) का रिकॉर्ड (Record) स्तर छू लिया है. हालांकि, सोने की यह कीमत खरीदारी पर जीएसटी के साथ है. यह सोने की कीमतों का उच्चतम स्तर है. इसके साथ ही सोने की कीमतों को लेकर लगाए जा रहे सारे अनुमान सही साबित हुए हैं. दरअसल, कई नेशनल और इंटरनेशनल एक्सपर्ट्स ने गोल्ड पर एक लाख रुपये का टारगेट प्राइस दिए थे. हालांकि, इसके लिए समय सीमा इस साल के आखिरी तक की बताई थी. लेकिन, सोने ने इससे पहले ही यह जबरदस्त तेजी दिखा दी.
अंतरराष्ट्रीय हाजिर बाजार में सोने ने 3,400 डॉलर/औंस के स्तर को छूकर 3,430 डॉलर के एक और सर्वकालिक उच्च स्तर को छू लिया.
क्यों आई सोने में इतनी तेजी
सोने की कीमतों ने सोमवार को नया रिकॉर्ड हाई बनाया. इसकी सबसे बड़ी वजह डॉलर में और गिरावट आई और डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ हमले व फेडरल रिजर्व के साथ बढ़ते विवाद के कारण देखने को मिली. इस पूरे घटनाक्रम से अमेरिकी शेयर मार्केट में बिकवाली बढ़ी, जबकि गोल्ड में तेजी आई.
रिपोर्ट के अनुसार, ऑल बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल ने बताया, “सोमवार शाम को दिल्ली बाजार में सोना, टैक्स (3% जीएसटी) के साथ 1,00,250 रुपये पर बिक रहा था.” वहीं, एमसीएक्स पर भी गोल्ड प्राइसेज 97365 रुपये (जून वायदा) के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं.
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने बताया कि 1 जनवरी 2025 से सोने में 30% की वृद्धि हुई है और 8 अप्रैल 2025 के 2982 डॉलर के निचले स्तर से 14.5% की वृद्धि हुई है. इसके अलावा, टैरिफ वॉर के बीच डॉलर के कमजोर होने से भारतीय रुपया मजबूत हुआ है. उधर, एचडीएफसी सिक्योरिटीज का कहना है कि ट्रम्प की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नीतियों के चलते अनिश्चितता से गोल्ड जैसी सुरक्षित-संपत्तियों में मांग मजबूत हुई है, साथ ही वैश्विक मंदी की संभावना बढ़ गई है.
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
कोटक महिंद्रा एएमसी के फंड मैनेजर सतीश डोंडापति ने सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बारे में बताया है. उन्होंने कहा कि इस साल ट्रेड टेंशन, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और कमजोर डॉलर के कारण सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है. अब तक सोने में 25 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। इसका मतलब है कि कई कारणों से सोने की कीमतों में बदलाव हो रहा है.
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के जिंस एवं मुद्रा शोध के ईबीजी उपाध्यक्ष प्रणव मेर ने सोने की कीमतों में तेजी के कारण बताए. उन्होंने कहा, ‘सोने की कीमतों में सकारात्मक तेजी जारी रही और यह 3,400 डॉलर प्रति औंस से ऊपर पहुंच गई. व्यापार शुल्क संबंधी अनिश्चितता, अमेरिकी डॉलर में कमजोरी और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी से सोने को समर्थन मिल रहा है.’
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