नई दिल्ली। वैश्विक बाजारों में अस्थिरता के कारण आज भारत में सोने की कीमतें कम हुईं। एमसीएक्स पर अक्तूबर का सोना वायदा 0.14 फीसदी गिरकर 52,175 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। तीन दिनों में यह दूसरी गिरावट है। चांदी की बात करें, तो एमसीएक्स पर चांदी वायदा 0.4 फीसदी बढ़कर 67050 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। पिछले सत्र में, सोने की कीमतों में 0.7 फीसदी यानी 350 की बढ़ोतरी हुई थी। वहीं मंगलवार को एमसीएक्स पर सोने का वायदा लगभग छह फीसदी यानी 3,200 रुपये प्रति 10 ग्राम गिर गया था।
वैश्विक बाजारों में, सोने की कीमतों में आज बढ़त आई। हाजिर सोना आज एक फीसदी बढ़कर 1,936.29 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है। न्यूयॉर्क में कॉमेक्स पर दिसंबर डिलीवरी के लिए वायदा एक फीसदी घटकर 1,930.40 डॉलर हो गया। पिछले हफ्ते सोना 2,075.47 डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया था। तत्काल डिलीवरी के लिए चांदी 0.3 फीसदी बढ़कर 25.5884 डॉलर प्रति औंस हो गई, जिसमें बुधवार को 2.9 फीसदी की बढ़त और मंगलवार को 15 फीसदी की गिरावट आई थी।
कमजोर अमेरिकी डॉलर और वैश्विक आर्थिक सुधार पर चिंताओं ने सुरक्षित-हैवन धातु की मांग को बढ़ावा दिया। कोटक सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा गया कि वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से सोने की कीमत बढ़ रही है। साथ ही अमेरिका-चीन के तनाव और अमेरिका में अतिरिक्त प्रोत्साहन उपायों पर राजनीतिक तकरार से भी कीमतें प्रभावित हुई हैं।
डॉलर का सूचकांक अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले 0.2 फीसदी गिर गया, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना कम महंगा हो गया। सोने को मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में देखा जाता है। रूस के दुनिया के पहले कोविड-19 वैक्सीन की घोषणा के बाद कीमतों में हालिया उतार-चढ़ाव के बावजूद कई विश्लेषक सोने की कीमत में अब भी तेजी का अनुमान जता रहे हैं। बड़े प्रोत्साहन उपाय सोने का समर्थन करते हैं, जिसे अक्सर मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव माना जाता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved