नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले रुपये में आई तेजी के बीच आज सोमवार को घरेलू बाजार में सोने और चांदी की वायदा कीमत में गिरावट आई। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.17 फीसदी नीचे 47,459 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी की बात करें, तो यह 64,050 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से अब भी 8741 रुपये नीचे है।
शुक्रवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पिछले 10 सप्ताह से अधिक के स्तर पर पहुंच गया, जिससे भारत में सोने का आयात सस्ता हो गया था। भारत में सोने की कीमतों में 10.75 फीसदी आयात शुल्क औरतीन फीसदी जीएसटी शामिल होता है। पिछले सत्र में, सोना लगभग 400 रुपये बढ़कर करीब एक महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
वैश्विक बाजारों में आज हाजिर सोने का दाम 0.2 फीसदी बढ़ा और इसकी कीमत 1,819.71 डॉलर प्रति औंस पर रहा। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.3 फीसदी बढ़कर 24.07 डॉलर प्रति औंस पर रही। वहीं प्लैटिनम 0.7 फीसदी बढ़कर 1015.08 डॉलर पर रहा। मालूम हो कि डेल्टा वैरिएंट के मामले फैलने से बढ़ती चिंताओं के बीच व्यापारी और निवेशक सतर्क हैं। असमान वैश्विक आर्थिक सुधार और डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव से कीमती धातुओं की कीमत प्रभावित होती है।
बीते वित्त वर्ष 2020-21 में सोने का आयात 22.58 फीसदी बढ़कर 34.6 अरब डॉलर या 2.54 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। सोने का आयात चालू खाते के घाटे (CAD) को प्रभावित करता है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार घरेलू मांग बढ़ने से सोने का आयात बढ़ा है। वित्त वर्ष के दौरान चांदी का आयात 71 फीसदी घटकर 79.1 करोड़ डॉलर रह गया।
इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में सोने का आयात 28.23 अरब डॉलर रहा था। सोने के आयात में बढ़ोतरी के बावजूद बीते वित्त वर्ष में देश का व्यापार घाटा कम होकर 98.56 अरब डॉलर रह गया। 2019-20 में यह 161.3 अरब डॉलर रहा था। रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि घरेलू मांग बढ़ने से सोने का आयात बढ़ रहा है।
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