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    पहली बार रखने जा रही हैं हरियाली तीज का व्रत तो जरूर जान लें ये खास नियम

  • July 30, 2022

    नई दिल्‍ली। अखंड सौभाग्य (unbroken good luck) और पति की लंबी आयु की कामना की पूर्ति करने वाला हरियाली तीज व्रत (Hariyali Teej) 31 जुलाई दिन रविवार को है. सुहागन महिलाएं और कुंवारी कन्याएं इस व्रत को निर्जला रखकर तीज माता की पूजा करती हैं. यह निर्जला व्रत होने के कारण कठिन व्रतों में से एक है. इस व्रत को करने के लिए कुछ नियम हैं, जिनका पालन करना जरूरी है. यदि आप व्रत के समय इन नियमों का पालन नहीं करती हैं, तो व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होने में दुविधा रहती है. हालांकि ऐसे व्रतों में बीमार या गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को छूट रहती है. वे इस दिन पूजा-पाठ करती हैं. व्रत से परहेज रखती हैं. आइये जानते हैं इन नियमों के बारें में …



    हरियाली तीज व्रत के नियम
    1. सबसे पहला नियम यह है कि जो भी इस व्रत और पूजा(Worship) का संकल्प लेता है, उस समय से लेकर पारण तक जल ग्रहण नहीं करता है. इस व्रत को निर्जला किया जाता है.

    2. हरियाली तीज के व्रत में हरे रंग का महत्व है क्योंकि यह अखंड सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और यह रंग शिव जी को भी प्रिय है. इस वजह से इस व्रत में महिलाएं हरे रंग की चूड़ी, बिंदी, हरी साड़ी और अन्य श्रृंगार सामग्री में हरे रंग का उपयोग अधिक करती हैं.

    3. जब भी तीज माता यानि देवी पार्वती की पूजा करते हैं, तो उनको 16 श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करते हैं. जिसमें मेहदी, महावर, कुमकुम, सिंदूर, चूड़ी, चुनरी, साड़ी, आभूष्ण, पुष्प माला आदि शामिल हैं.

    4. हरियाली तीज की पूजा के बाद अपनी सास और ननद को प्रसाद देते हैं. उनका आशीर्वाद लेते हैं. सासू माता का पैर छूकर आशीष लेते हैं और उनको भी श्रृंगार सामग्री आदि भेंट करते हैं.

    5. यह व्रत आप अपने पति के लिए रखती हैं, तो कोशिश करें कि व्रत के दिन पति के साथ कोई वाद-विवाद न करें. ऐसा ही पति को भी करना चाहिए.

    6. यदि आपको किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या है, जिसकी वजह से व्रत रखने में सक्ष्म नहीं हैं तो माता पार्वती से प्रार्थना करें कि आप व्रत नहीं रख सकती हैं, लेकिन माता आप पूजा स्वीकार करें और अखंड सौभाग्य का आशीष दें.

    7. जो महिलाएं कुछ कारणवश हरियाली तीज पूजा में शामिल नहीं हो सकती हैं, वे हरियाली तीज व्रत कथा को पढ़ लें या सुन लें. इससे भी आपको माता पार्वती का आशीष प्राप्त होगा. माता पार्वती आपके कष्टों को दूर करके उत्तम स्वास्थ्य और अखंड सौभाग्य प्रदान करेंगी.

    8. हरियाली तीज की पूजा में भगवान गणेश, माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करते हैं.

    नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के लिए हैं हम इनकी सत्‍यता या जांच की पुष्टि का दावा नहीं करते हैं. कोई भी परेशानी हो तो इन्‍हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले.

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