नई दिल्ली। सचिन तेंडुलकर, केवल एक नाम नहीं है, कई दिग्गज क्रिकेटरों की प्रेरणा है। दुनिया के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं और कई रेकॉर्ड्स के बादशाह हैं। ‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ से मशहूर इस लेजंड और उनके फैंस के लिए 15 नवंबर का दिन बेहद खास है क्योंकि आज ही के दिन साल 1989 में उन्होंने इंटरनैशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था।
सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची में अपने टेस्ट करियर का पहला मैच खेला। इसी मुकाबले में पाकिस्तान के दिग्गज वकार यूनुस ने भी इंटरनैशनल डेब्यू किया था। हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा था लेकिन खास बात यह रही कि एक डेब्यू करने वाले खिलाड़ी को पाक के लिए 17 साल की उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी ने आउट किया।
इस मैच में छठे नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे सचिन ने 15 रन बनाए और उन्हें वकार ने बोल्ड कर दिया। सचिन ने 24 गेंदों का सामना किया जिसमें 2 चौके लगाए।
मौजूदा पीएम इमरान खान की कप्तानी में खेल रही पाकिस्तानी टीम ने पहली पारी में 409 रन बनाए जिसके बाद भारत 262 रन ही बना सका। इसके बाद दूसरी पारी मेजबानों ने 5 विकेट पर 305 रन बनाकर घोषित कर दी। 453 रन के टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने संजय मांजरेकर (113*) के शतक की मदद से 3 विकेट पर 303 रन बनाए और मैच ड्रॉ समाप्त हुआ। मुकाबले में 7 विकेट लेने वाले कपिल देव मैन ऑफ द मैच बने।
सचिन ने बाद में इतिहास रचते हुए क्रिकेट की दुनिया में कई रेकॉर्ड्स बनाए और अपना नाम ‘सर्वकालिक महान बल्लेबाज’ के रूप में स्थापित कर दिया। उन्हें ‘मास्टर ब्लास्टर’ भी कहा जाता है। साल 2013 में सचिन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। वह टेस्ट और वनडे, दोनों ही फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले क्रिकेटर हैं। उनके नाम सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय शतक दर्ज करने का रेकॉर्ड भी दर्ज है।
अपने इंटरनैशनल करियर में सचिन ने कुल 34,357 रन बनाए जो दूसरे नंबर पर मौजूद श्रीलंका के दिग्गज कुमार संगकारा से 6,000 रन ज्यादा हैं। सचिन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस का भी प्रतिनिधित्व किया।
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