नई दिल्ली । पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले (Horrific terrorist attack in Pahalgam) की वैश्विक नेताओं (Global Leaders) ने एक स्वर में निंदा कर (Unanimously Condemned) शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं (Expressed Condolences) । इस हमले में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए । हमला मंगलवार को बैसरन घाटी में हुआ ।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कॉल कर हर संभव समर्थन की पेशकश की, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने आभार जताते हुए कहा कि भारत कायराना हरकत करने वालों को नहीं बख्शेगा और उन्हें न्याय के कठघरे में खड़ा करने को प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी को बुधवार सुबह राष्ट्रपति ट्रंप ने कॉल किया और पहलगाम में आतंकवादी हमले के शिकारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ट्रंप ने हमले की निंदा की और कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है और हर संभव समर्थन की पेशकश की।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संवेदना संदेश भेजा। उन्होंने इसे “निर्दोष नागरिकों के खिलाफ अपराध” बताया और भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े रहने की प्रतिबद्धता जताई।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने भी इस भयानक आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि हिंसा को उचित नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “मैं जम्मू-कश्मीर में निर्दोष नागरिकों पर हुए भयानक आतंकवादी हमले से स्तब्ध हूं। इस हिंसा का कोई औचित्य नहीं है और ऑस्ट्रेलिया इसकी निंदा करता है। हम घायलों, शोक मना रहे प्रियजनों और इस भयानक समाचार से ऑस्ट्रेलिया में प्रभावित हुए सभी लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।”
कश्मीर में हुए भीषण हमले को “बेहद विनाशकारी” बताते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “कश्मीर में हुआ भीषण आतंकवादी हमला बेहद विनाशकारी है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों, उनके प्रियजनों और भारत के लोगों के साथ हैं।”
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने भी इस ‘घृणित’ आतंकी हमले पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, “पहलगाम में आज हुए घिनौने आतंकी हमले ने कई मासूम लोगों की जान ले ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आज शोक में डूबे हर भारतीय के प्रति मेरी गहरी संवेदना। मैं जानती हूं कि भारत की भावना अटूट है। आप इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से खड़े रहेंगे और यूरोप आपके साथ खड़ा रहेगा।”
आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशिनयान ने भी आतंकवादी हमले पर हार्दिक संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की। पशिनयान ने एक्स पर पोस्ट किया, “पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले से बहुत दुखी हूं। मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। आर्मेनिया आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करता है। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं भारत के मित्रवत लोगों के साथ हैं।”
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने भी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा- आज भारत में हुए आतंकवादी हमले में अनेक लोग हताहत हुए, ये जानकर बहुत कष्ट हुआ। इटली प्रभावित परिवारों, घायलों, सरकार और सभी भारतीय लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त करता है।
इजरायली दूतावास और फिर इजरायल के विदेश मंत्री गिडोन सार ने इस घटना को बर्बर बताते हुए दुख व्यक्त किया। सार ने हमले में मारे गए लोगों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए कहा, “इजरायल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है।” वहीं, यूक्रेन के दूतावास ने कहा कि वे पहलगाम आतंकी हमले से बेहद दुखी हैं। हम रोजाना आतंकी हमले का शिकार होते हैं और किसी भी तरह के आतंकवाद की निंदा करते हैं।
निर्दोष पर्यटकों पर हुए बर्बर हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करते हुए नेपाल ने कहा कि वह दुख की इस घड़ी में भारत सरकार और भारत के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। घायलों के शीघ्र एवं पूर्ण स्वस्थ होने की हार्दिक कामना करते हैं।” इस बीच, नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने सोशल मीडिया पर कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले पर गहरा सदमा और दुख व्यक्त किया। उन्होंने पोस्ट किया, “हम आतंकवाद के इस कृत्य और बेवजह हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं, जिसने निर्दोष लोगों की जान ले ली है। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं, हम घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करते हैं। नेपाल इस दुख की घड़ी में भारत सरकार और लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है।”
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