मुंबई: महाराष्ट्र में मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण में 11 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इसमें चर्चित बारामती लोकसभा सीट भी शामिल है. यहां से शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और उनकी बहू सुनेत्रा पवार मैदान में हैं. परोक्ष तौर पर यहां लड़ाई शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच है.
एनसीपी दो फाड़ होने के बाद दोनों गुट अपना-अपना जनाधार साबित करने के लिए इस बार बारामती में सीधे टकरा रहा हैं. इस बीच बारामती के भोर कस्बे में मंगलवार तड़के वोटरों के बीच पैसे बांटे जाने के आरोप लगाए जा रहे हैं. शरद पवार के महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि एनसीपी अजित पवार गुट की ओर से मतदाताओं को पैसे बांटे जा रहे हैं.
इस पर शरद पवार के बड़े भाई के पोते रोहित पवार ने भी प्रतिक्रिया दी है. वह शरद पवार गुट के साथ हैं. रोहित ने दावा किया कि जाति, धर्म, गरीबी देखकर पैसा दिया गया. पैसा बांटने का सिलसिला रात में एक-दो बजे तक चलता रहा. यह जनबल बनाम धनबल की लड़ाई है. पवार साहब के पास जनबल है जबकि अजित दादा के पास धनबल है. रोहित पवार ने दावा किया, ”जीत हमारी होगी.”
1 वोट के लिए तीन से चार हजार
रोहित पवार ने कहा कि बारामती लोकसभा क्षेत्र में अजित दादा मित्र मंडल के जरिए पैसों की बंदरबांट हुई. भोर की गाड़ी तोड़ दी गयी, उसमें पैसे थे. उस कार में मावल के विधायक और नेता, कार्यकर्ता, रिश्तेदार पैसे लेकर जा रहे थे. इंदापुर बारामती में पैसा बांटा गया. उन्होंने आरोप लगाया कि बारामती में प्रति वोट तीन से चार हजार बांटे गए.
रोहित पवार ने आगे कहा कि 2014 तक सत्ता शरद पवार के कारण आई और उन्हीं के कारण अजित दादा को मंत्री पद मिला फिर उन्होंने विकास किया. 2019 में अजित पवार को सत्ता में लाया गया. फिर दादा को पद मिला तो दादा फंड लेकर आये.
रोहित पवार ने आगे कहा कि इंदापुर बारामती में लोग पुलिस को बता रहे थे कि यहां पैसा बांटा गया है. लेकिन, पुलिस उनकी बातों का मजाक बना रही थी. ये दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस की कारों और सिस्टम का इस्तेमाल पैसे के परिवहन के लिए किया जा रहा है.
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