जबलपुर । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में शातिर महिलाओं का कारनामा कुछ महिलाओं (Women) को ही परेशान कर दिया है. ये बालाएं महिलाओं से दोस्ती कर उनके करीब आती और फिर उन्हें ही बदनाम करने की साजिश करने लगती हैं. महिलाओं पर झूठे लांछन लगाकर उनसे लाखों रुपयों की अवैध वसूली करती हैं. इस काम में औरतों के नेतृत्व में पूरा गिरोह (Gang) काम करता है, यह टारगेट उन महिलाओं को करती हैं, जो आमतौर पर अपने पति से दूर रहती हैं. एक सरकारी महिला कर्मचारी की शिकायत पर पुलिस 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.
दरअसल जबलपुर पुलिस (Jabalpur Police) ने दो शातिर ब्लैकमेलर महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो खुद को हिन्दू संगठन का पदाधिकारी बताकर महिलाओं से दोस्ती करती थीं. इसके बाद शुरू होता था महिलाओं को ब्लैकमेल करने का गोरखधंधा. दोस्ती बढ़ाने के बाद उन्हें चरित्र पर लांछन लगाकर बदनाम करने की धमकी देकर महिलाओं से पैसे वसूल किये जाते थे. इस ब्लैकमेलिंग के काम में एक महिला का कथित पत्रकार पति भी उनका मददगार बनता था. इस गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ जब केंद्र सरकार की नौकरी में सेवारत एक महिला को इन्होंने जाल में फंसाया. रानी द्विवेदी और चित्रा आम्रवंशी नामक महिलाओं ने पीड़िता से दोस्ती की और उसके घर आना जाना शुरू किया.
लाखों रुपयों की वसूली की
जबलपुर के एएसपी रोहित काशवानी ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला का पति खेती का कार्य करता है और ज्यादातर अपने गांव में ही रहता है. महिला अपने दो बच्चों के साथ सिविल लाइन क्षेत्र में रहती थी. दोनों आरोपी महिलाओं ने उसके चरित्र पर लांछन लगा बदनाम करने एवं नौकरी से निकलवा देने की धमकी देते हुए लाखों रुपए ऐंठ लिए. पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उससे अभी तक 3 लाख रुपये से ज्यादा की रकम ऐंठ चुकी दोनों महिलाएं अब 10 लाख रुपये और देने की मांग कर रही हैं. दोनों शतिर युवतियों में एक युवती का पति भी समूचे षड़यंत्र में शामिल रहा, जो खुद को पत्रकार होना बताता रहा है. पीड़िता की शिकायत पर महिला थाना पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध 386 , 384 , 456 , 327 , 341 , 506 , 190 , 294 , 34 का अपराध पंजीबद्ध करते हुए दोनों शातिर महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया. वहीं फरार कथित पत्रकार विकास द्विवेदी की गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस कर रही है.
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