इन्दौर। अभी भले ही चुनावी आचार संहिता लागू है, मगर पहले से चल रहे विकास कार्यों को गति देने में इंदौर विकास प्राधिकरण जुटा है। अपनी टीपीएस योजनाओं में जहां सडक़ों, ड्रेनेज सहित अन्य कार्य चल रहे हैं, वहीं चारों ओवरब्रिजों के निर्माण के साथ-साथ सीनियर सिटीजन के लिए बनाई जा रही बिल्डिंग की चौथी स्लैब भी डल गई, वहीं 60 करोड़ रुपए की लागत से कुमेड़ी में जो आईएसबीटी बन रहा है, उसमें 1400 मैट्रिक टन के विशाल स्टील स्ट्रक्चर लगाने का काम भी अंतिम चरण में है। पार्किंग, गार्डन, रेस्टोरेंट से लेकर अन्य सुविधाएं भी यहां विकसित की जा रही हैं।
प्राधिकरण ने नायतामुंडला में आरटीओ भवन के पास भी बस टर्मिनस निर्मित किया है, जिसमें एप्रोच सहित कुछ कार्य बचे हैं। हालांकि आचार संहिता से पहले इसका लोकार्पण करवाने के भी प्रयास किए गए। इसी तरह दूसरा और बड़ा आईएसबीटी कुमेड़ी में निर्मित किया गया है, जो कि एमआर-10 पर मौजूद है और इसकी लागत लगभग 60 करोड़ रुपए आ रही है। इस अत्याधुनिक बस टर्मिनस का निर्माण एयरपोर्ट की तर्ज पर किया जा रहा है, जिस पर यात्रियों को कई सुविधाएं दी जाएगी और यह बस टर्मिनस मेट्रो लाइन से भी जुड़ा है, ताकि मेट्रो ट्रेन का भी इस्तेमाल आने-जाने वाले बस यात्री कर सकेंगे। इसका सिविल वर्क तो लगभग पहले ही पूरा हो गया था, लेकिन छत पर एक विशालकाय भारी-भरकम स्टील स्ट्रक्चर लगाया जा रहा है। 7 अलग-अलग ट्रस पीथमपुर की एक फैक्ट्री में निर्मित हो रहे हैं और पिछले कई महीनों से इनका निर्माण चल रहा है और एक-एक हिस्से को यहां लाकर फीट किया जाता है। अभी तक 6 स्ट्रक्चर लग चुके हैं। प्राधिकरण सीईओ आरपी अहिरवार का कहना है कि जल्द ही यह आईएसबीटी तैयार हो जाएगा। स्ट्रक्चर के साथ-साथ जो अन्य बचे हुए काम है उन्हें भी तेज गति से पूरा कराया जा रहा है। ऑटो स्टैंड के साथ अन्य वाहनों के पार्किंग स्थल को विकसित कराने का काम भी शुरू करवा दिया है। उसके साथ-साथ गार्डनिंग का काम भी चल रहा है। ड्राइवर-कंडक्टरों के लिए सुविधा घर सहित रेस्टोरेंट और अन्य सुविधाएं भी जुटाई जा रही है। इसमें एक वेटिंग हॉल भी निर्मित किया गया है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद फर्नीचर सहित अन्य कुछ बचे हुए कार्य भी पूरे होंगे।
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