- शहर के युवाओं में टैटू बनवाने का क्रेज बढ़ा-महाकाल मंदिर क्षेत्र में रोजाना सैकड़ों लोग बनवा रहे धार्मिक कृतियों वाले टैटू
उज्जैन। शहर के युवाओं में अब टैटू बनवाने का क्रेज बढ़ गया है। यह शौक हर उम्र के लोगों में देखा जा रहा है। यही कारण है कि अब टैटू पार्लर संख्या भी पहले की तुलना में तीन गुना बढ़ गई है। केवल महाकाल क्षेत्र में ही 5 से 7 दुकानें संचालित की जा रही है। शहर के अन्य ईलाकों में भी इस तरह के बड़े पार्लर चल रहे हैं। टैटू बनवाने के शौक के चलते चर्म रोग से जुड़ी कई बीमारियाँ होने का खतरा बना हुआ है।
शरीर के अलग अलग हिस्सों पर टैटू बनवाने का क्रेज लगातार युवाओं में बढ़ता जा रहा है। युवा ही नहीं अन्य आयु वर्ग के महिला पुरुष भी टैटू बनवा रहे हैं। महाकाल क्षेत्र में धार्मिक कृतियों वाले टैटू बनवाने का क्रेज चल रहा है। इसे देखते हुए क्षेत्र में 5 से 7 दुकानें संचालित हो रही है। इसके अलावा शहर के फ्रीगंज और अन्य पॉश क्षेत्रों में भी टैटू बनवाने के पार्लर संचालित हो रहे हैं। टैटू के अलग अलग रेट दुकानदार ले रहे हैं। इसके 200 रुपये से लेकर हजारों रुपये तक लिये जा रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि शरीर पर टैटू बनवाने का शौक महंगा पड़ सकता हैं। क्योंकि शरीर के जिस हिस्सें पर मशीन द्वारा गोदा जाता है। अगर वह उपकरण ठीक से साफ नहीं किया और अन्य किसी व्यक्ति पर उपयोग किया तो इससे एचआईवी एड्स जैसी गंभीर बीमारी फैलने का भी खतरा रहता है। टैटू बनानेे के लिए उपयोग में की जाने वाली स्याही व रंग अगर खराब क्वालिटी और केमिकल युक्त हुए तो यह भी स्कीन को भारी नुकसान कर सकते हैं और कई चर्मरोग हो सकते हैं। शरीर के अधिकांश हिस्से पर अगर टैटू बनवाते हैं तो उन्हें भी निकट भविष्य में चर्मरोग होने का खतरा रहता है। शहर में इस प्रकार के मामले बढऩे लगे है और कई लोग उपचार के लिए चिकित्सकों के पास परामर्श और उपचार के लिए जा रहे हैं।