इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने दावा किया है कि पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने उन्हें भारत के साथ मधुर संबंध बनाने पर मजबूर किया था. इमरान के अनुसार बाजवा उन्हें लगातार भारत को साथ दोस्ती बनाने का दबाव डाल रहे थे. उन्होंने ये सारी बाते पाकिस्तान के एक टीवी चैनल के समक्ष रखी है. पाकिस्तान प्रमुख ने ये भी आरोप लगाया कि बाजवा सिद्धांतों से जुड़े व्यक्ति नहीं थे.
इमरान ने ये भी कहा कि बाजवा अपनी बातों पर तटस्थ नहीं रहते है.वो एक दिन कुछ और कहते है अगले दिन पलट जाते है. सेना के प्रति उन्हें जवाबदेह होना चाहिए. पर वो नहीं हैं. आम चुनाव के बारे में पीटीआई अध्यक्ष इमरान ने कहा कि अगर 90 दिनों में चुनाव नहीं होते है तो, देश में संविधान नहीं बचेगा और फिर वह सीधी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होंगे.
दोनों देशों के संबंध कई साल से स्थिर हैं
वहीं हाल में एक टीवी इंटरव्यू में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा था कि वर्तमान के हालात को देखते हुए लगता नहीं कि पाकिस्तान और भारत के बीच किसी तरह की बातचीत हो पाए. उन्होंने कहा था कि दोनों पड़ोसी देशों के मध्य संबंध कई साल से स्थिर हैं, उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा चलाए जा रहे एक प्रशिक्षण शिविर के चलते एक कठिन दौर से गुजर रहा है.
अनुच्छेद 370 और 35ए हटने के बाद रिश्तों में आई है कड़वाहट
उन्होंने ये भी कहा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटने के बाद से इस रिश्तें में और कड़वाहट आई है. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा भारत ने पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय व्यापार को भी निलंबित कर दिया था. हालांकि 2021 में दोनों देशों के बीच एक संबंधों में सुधार की गुजारिश थी, लेकिन फिर वो नहीं हो सकी. वहीं खान ने ये भी कहा आतंक और शत्रुता मुक्त वातावरण बनाने की असली जिम्मेदारी इस्लामाबाद की होगी.
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