जेरुसलम (Jerusalem)। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu) का कहना है कि उनकी सरकार (Government) गाजा ( Gaza ) को शांति और समृद्धि का नया केंद्र (new center of peace and prosperity) बनाएगी। रविवार को नेतन्याहू के मंत्रिमंडल ने गाजा के पुनर्निर्माण (reconstruction of Gaza) के लिए 490 करोड़ डॉलर की योजना को मंजूरी ($490 million plan approved) दी है। योजना के तहत 2024 से 2028 के दौरान गाजा में पुनर्वास कार्यक्रम चलाया जाएगा।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने बताया कि गाजा पट्टी से सटे इलाके के लिए तेकुमा प्राधिकरण की स्थापना जाएगी। तेकुमा हिब्रू शब्द है, जिसका अर्थ पुनरुद्धार होता है। नेतन्याहू ने कहा कि पुनर्निर्माण के लिए बड़ा बजट तैयार किया गया है, ताकि कोई भी पीछे नहीं छूटे। उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारियों और समुदायों के सहयोग से तैयार की गई रूपरेखा, अहम जनसांख्यिकीय विकास के साथ क्षेत्र के नवीनीकरण के लिए है। नेतन्याहू ने कहा कि इस्राइल यह सुनिश्चित करेगा कि शहर, ग्रामीण समुदाय फलें-फूलें और समृद्ध हों। इसके लिए शिक्षा, रोजगार, सामाजिक सेवा, विस्थापितों के लिए सहायता, कृषि, व्यवसाय और हर क्षेत्र में निवेश किया जाएगा।
स्थायी विस्थापन की आशंका
इस्राइल की तरफ से जारी पुनर्निर्माण योजना और दक्षिणी गाजा पर हमले के बीच गाजा के लोगों के स्थायी विस्थापित होने की आशंका बढ़ने लगी है। हालांकि, इस्राइली सरकार के प्रवक्ता एयलॉन लेवी का कहना है कि इस तरह की आशंकाएं निराधार हैं। इस्राइली सेना सिर्फ हमास के आतंकियों को निशाना बना रही है। इसके अलावा गाजा के आम लोगों के पुनर्वास के लिए इस्राइल पूरी मदद करेगा।
7 अक्तूबर के बाद से इस्राइल के 104 सैनिकों की मौत
इस्राइली रक्षा बल ने बताया कि 7 अक्तूबर को हमास के हमले के बाद शुरू की गई सैन्य कार्रवाई में अब तक इस्राइल के 104 सैनिकों की मौत हो गई है। सोमवार को खान यूनिस में आईईडी धमाके में तीन सैनिकों की मौत हो गई। अब तक आईडीएफ के 600 जवान घायल हुए हैं। वहीं, हमास का कहना है कि इस्राइली कार्रवाई में मारे गए 70 फीसदी आम लोग, महिला और बच्चे हैं।
10 हजार विदेशी कामगार आए
इस्राइल के आव्रजन प्राधिकरण ने सोमवार को बताया कि हमास को खत्म करने के लिए आयरन स्वॉर्ड अभियान शुरू करने क बाद से तमाम क्षेत्रों में काम करने के लिए 10 हजार से ज्यादा विदेशी कामगार इस्राइल आए हैं। इसके अलावा आने वाले कुछ सप्ताह में खेती और निर्माण उद्योग से जुड़े कामगार भी बड़ी संख्या में आने वाले हैं। प्राधिकरण ने बताया कि हजारों इस्राइली फिलहाल सैन्य सेवा दे रहे हैं, जिसकी वजह से तमाम उद्योगों में बड़ी संख्या में जगह खाली हो गई हैं।
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