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गाजा में हर दिन करीब 100 बच्चे रोज मर रहे, इजरायली नरसंहार पर UN की रिपोर्ट में खुलासा

  • April 07, 2025

    नई दिल्ली । गाजा(Gaza) की जमीन बच्चों के लहू (blood of children)से लाल हो रही है। हर दिन वहां सैकड़ों नन्हे हाथ(little hands) हमेशा के लिए थम रहे हैं, आंखों में सपने अधूरे रह जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट(United Nations report) में इस बात का खुलासा हुआ है। यूएन की रिपोर्ट कहती है कि 18 मार्च से जब इजरायली सेना ने गाजा पर फिर से हमले शुरू किए हैं, हर दिन करीब 100 बच्चे रोज मर रहे हैं या घायल हो रहे हैं। इस भीषण युद्ध की आग में मासूम बचपन राख हो रहा है और दुनिया चुप है।

    गाजा में जारी हिंसा और तबाही के बीच संयुक्त राष्ट्र ने खुलासा किया है कि 18 मार्च से अब तक हर दिन औसतन 100 से अधिक बच्चे या तो मारे गए हैं या गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यूएनआरडब्ल्यूए प्रमुख फिलिप लजारिनी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “बच्चों की हत्या का कोई भी औचित्य नहीं हो सकता।” उन्होंने ग़ाज़ा को बच्चों के लिए ‘नो लैंड’ करार देते हुए इसे “हमारी साझा मानवता पर दाग” बताया।

    युद्ध में अब तक 17 हजार से ज्यादा मासूम मरे


    यूनीसेफ ने बताया कि 18 मार्च को संघर्षविराम टूटने के बाद अब तक कम से कम 322 बच्चों की मौत हो चुकी है। संस्था की कार्यकारी निदेशक कैथरीन रसेल ने कहा कि दो महीने का संघर्षविराम बच्चों के लिए राहत लेकर आया था, लेकिन अब वे फिर से हिंसा और अभाव की चपेट में हैं। 5 अप्रैल को मनाए गए फिलिस्तीन बाल दिवस पर फिलिस्तीनी शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि अक्टूबर 2023 से अब तक 17,000 से अधिक बच्चे मारे जा चुके हैं। मंत्रालय ने कहा, “हर आंकड़ा एक ज़िंदगी, यादों और अनुभवों के खत्म होने की कहानी है।”

    1000 बच्चे इजरायली हिरासत में

    हमास ने भी बच्चों के खिलाफ इज़रायल की कथित नीतियों की निंदा करते हुए कहा कि यह जानबूझकर की जा रही हत्या, हिरासत, और यातना है। उन्होंने बताया कि 7 अक्टूबर 2023 के बाद से लगभग 1,100 बच्चों को इजरायली सेना ने हिरासत में लिया है, जबकि 39,000 बच्चे अपने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को खो चुके हैं।

    फिलिस्तीनी अधिकार संगठनों के संयुक्त बयान के अनुसार, वेस्ट बैंक से 1,200 बच्चों को इज़रायल ने हिरासत में लिया है और वे प्रतिदिन यातना, भूखमरी, और चिकित्सा उपेक्षा जैसी अमानवीय स्थितियों का सामना कर रहे हैं। इनमें 17 वर्षीय वलीद अहमद की जेल में मौत भी शामिल है।

    5 दिन में लाखों फिलिस्तीनी विस्थापित

    इस बीच यूएनआरडब्ल्यूए ने चेताया है कि 18 से 23 मार्च के बीच 1.42 लाख फिलिस्तीनियों को फिर से विस्थापित होना पड़ा। अब तक 1.9 मिलियन लोग बार-बार विस्थापन, बमबारी और भय का सामना कर चुके हैं।

    गाजा में मौत का आंकड़ा 50 हजार पार

    गाजा में अब तक 50,600 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं। आईसीसी ने नवंबर 2024 में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योआव गैलंट के खिलाफ युद्ध अपराधों के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। साथ ही, इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) में नरसंहार का मुकदमा भी चल रहा है।

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