गाजा. 7 अक्तूबर को हमास (Hamas) के हमले से शुरू हुए इस्राइल हमास युद्ध (israel hamas war) में अभी तक सैकड़ों लोगों की जान चली गई है। फिर भी दूर-दूर तक इस संघर्ष के खत्म होने का रास्ता दिख नहीं रहा है। इसी बीच इस्राइली सेना (Army) ने शनिवार को उत्तरी गाजा में कमाल अदवान नामक अस्पताल पर छापेमारी की और वहां के निदेशक हुसाम अबू सफिया समेत 240 फलस्तीनी (Palestinians) को गिरफ्तार कर लिया। इस्राइली सेना के इस कदम पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने नाराजगी जताई है।
बता दें कि मामले में इस्राइली सेना ने दावा किया है कि उत्तरी गाजा में स्थित कमाल अदवान अस्पताल हमास आतंकवादियों के गढ़ के रूप में काम करता था, हालांकि सेना ने इस आरोप के समर्थन में कोई प्रमाण नहीं दिया।
इस्राइली सेना ने की अस्पताल निदेशक की पिटाई
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वह कमाल अदवान अस्पताल के निदेशक हुसाम अबू सफिया को लेकर चिंतित है, क्योंकि इस्राइली सेना की तरफ से शुक्रवार शाम रिहा किए गए कुछ स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि सैनिकों ने सफिया की पिटाई की है।
इस्राइली सेना का बयान
इसके साथ ही इस्राइली सेना की ओर से जारी बयान में बताया गया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वे संदिग्ध आतंकवादी हैं। अबू सफिया को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, क्योंकि उनके हमास का सदस्य होने का संदेह है। हमास ने कहा कि अस्पताल में उसके एक भी लड़ाके नहीं थे। लेकिन उसने 240 लोगों की गिरफ्तारी पर कुछ नहीं कहा है।
सेना ने अस्पताल के निदेशक को हिरासत में लिया
इस्राइली सेना के इस कदम से डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को नाराजगी जताते हुए कहा कि अस्पताल के निदेशक, हुसाम अबू सफिया, छापे के दौरान हिरासत में ले लिए गए थे और उसके बाद से डब्ल्यूएचओ का उनसे संपर्क टूट गया है। जारी बयान में कहा गया कि कमाल अदवान अस्पताल अब खाली हो गया है, क्योंकि इस्राइली सेना ने अस्पताल पर छापा मारा और दर्जनों मेडिकल कर्मचारी और मरीजों को बाहर निकाल दिया।
डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि उत्तरी गाजा में अस्पतालों पर बढ़ते हमले और प्रतिबंधों के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। WHO ने आह्वान किया है कि इन अस्पतालों को फिर से चलाने के लिए मदद की जाए ताकि गंभीर रोगियों को उपचार मिल सके।
इंडोनेशियाई अस्पताल में किया गया स्थानांतरित
इसके साथ ही डब्ल्यूएचओ ने बताया कि शेष 15 गंभीर रोगियों, 50 देखभाल करने वालों और 20 स्वास्थ्य कर्मियों को इंडोनेशियाई अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है, लेकिन वहां आवश्यक चिकित्सा उपकरणों और आपूर्ति की कमी है।
ऐसे में इन मरीजों का इलाज करना उनके जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। गौरतलब है कि गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने पहले कहा था कि इस्राइली सेना ने अबू सफिया और अन्य कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
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