पिछले हफ्ते हिजबुल्लाह ने अपने कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए इजराइल के ऊपर 200 रॉकिट दागे थे, इजराइल ने लेबनान में स्ट्राइक कर हिजबुल्लाह के कमांडर अबू तालिब समेत तीन लड़ाकों को मार गिराया था. हिजबुल्लाह के इस हमले के बाद इजराइल ने उससे फुल फ्लेश वॉर की पूरी तैयारी कर ली है और अब अमेरिका ने भी इजराइल को आश्वासन दिया है कि वह हिजबुल्लाह की जंग में उसका पूरा साथ देगा.
सूत्रों के मुताबिक, इजराइल के डेलिगेशन में स्ट्रेटेजिक मिनिस्टर रॉन डर्मर और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइसर त्ज़ाची हनेग्बी के साथ कई वरिष्ठ इजराइल अधिकारी वाशिंगटन पहुंचे हैं. अधिकारियों ने अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और व्हाइट हाउस के मध्य पूर्व मामलों के कोऑर्डिनेटर ब्रेट मैकगर्क जैसे बाइडेन प्रशासन के बड़े अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं.
खबर के मुताबिक, वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हिजबुल्लाह के मुद्दे पर चर्चा करते हुए अमेरिकी अधिकारियों ने साफ किया कि बाइडेन प्रशासन इजराइल को जरूरी सुरक्षा और मदद देगा, लेकिन अमेरिका ऐसी स्थिति में जमीन पर अपने सैनिकों को तैनात नहीं करेगा. हमास से जंग की तरह ही इजराइली सैनिकों को अमेरिकी हथियारों के सहारे हिजबुल्लाह से खुद लड़ना होगा.
हिजबुल्लाह ने इजराइली सेना के ठिकानों के साथ साथ कई पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को भी निशाना बनाने की कोशिश की है. गुरुवार को इजराइल की बिजली देखने वाली कंपनी के प्रमुख ने चेतावनी दी कि अगर हिजबुल्लाह के साथ फुल फ्लेश वॉर छिड़ जाता है तो हम अपने बिजली के बुनियादी ढांचे को होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएंगे. हालांकि बाद में उन्होंने अपनी टिप्पणी को ‘गैर-जिम्मेदाराना’ बताया था.