नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर ने बीसीसीआई के द्वारा पांचवें टेस्ट को रिशेड्यूल करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने इंग्लैंड के 2008 के भारत दौरे का उदाहरण दिया और तब के कप्तान केविन पीटरसन की सराहना की।
गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा, ‘हम भारतीयों को नहीं भूलना चाहिए कि इंग्लैंड की टीम 2008 में आतंकी हमले के बाद भारत लौटी थी। वह चाहते तो कह सकते थे कि हम वापस नहीं आ सकते लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसलिए हमें नहीं भूलना चाहिए कि केविन पीटरसन ने टीम की अगुवाई की थी और वही सब कुछ थे। अगर केपी ने आने से मना कर दिया होता तो वह दौरा खत्म हो गया होता। वह केपी ही था जिसने सभी को मनाया और भारत आए।’
दरअसल इंग्लैंड की टीम साल 2008 में भारत दौरे पर सीरीज खेल रही थी लेकिन उसी दौरान मुंबई में आतंकी हमला हो गया था। तब इंग्लैंड की टीम दौरे को बीच में छोड़कर चली गई थी, हालांकि उसके अगले महीने टीम दोबारा दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए भारत लौटी।
बात करें उस दौरे की तो इंग्लैंड की टीम मुंबई हमले के दो दिन बाद 28 नवंबर को भारत से चली गई थी। सात मैचों की सीरीज के आखिरी दो वनडे मैच गुवाहाटी (29 नवंबर) और दिल्ली (दो दिसंबर) रद्द हो गए थे। हालांकि इंग्लैंड की टीम दोबारा आई और तो टेस्ट मैचों की सीरीज खेली।
बता दें कि शुक्रवार से भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच खेला जाना था। लेकिन मैच से एक दिन पहले गुरूवार को टीम के असिस्टेंट फिजियो योगेश परमार कोरोना संक्रमित निकले, जिसकी वजह से टीम के बाकी खिलाड़ी घबरा गए और मैच को रद्द करना पड़ा। हालांकि बीसीसीआई ने ईसीबी के साथ मिलकर मैच को रिशेड्यूल करने का फैसला किया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved